Jharkhand: जादू-टोना करने के संदेह में अमानवीय बर्ताव की शिकार महिलाएं लड़ रही हैं सम्मान पाने की लड़ाई

झारखंड में जादू-टोना करने के शक पर महिलाओं के साथ अमानवीय बर्ताव की खबरें आए दिन सुनाई देती हैं. गुमला राज्य का ऐसा जिला है जहां बहुत सी महिलाओं पर जादू-टोना करने का शक जता कर उनके साथ क्रूरता की गई. घटना को काफी वक्त बीत जाने के बाद भी ये महिलाएं सदमे से उबर नहीं पाई हैं और आज भी खौफ में जी रही हैं.

जादू-टोना करने के संदेह में अमानवीय बर्ताव की शिकार महिलाएं लड़ रही हैं सम्मान पाने की लड़ाई (Photo Credit: PTI)

गुमला(झारखंड),आठ मई: झारखंड में जादू-टोना करने के शक पर महिलाओं के साथ अमानवीय बर्ताव की खबरें आए दिन सुनाई देती हैं. गुमला राज्य का ऐसा जिला है जहां बहुत सी महिलाओं पर जादू-टोना करने का शक जता कर उनके साथ क्रूरता की गई. घटना को काफी वक्त बीत जाने के बाद भी ये महिलाएं सदमे से उबर नहीं पाई हैं और आज भी खौफ में जी रही हैं. यह भी पढ़ें: UP: बरेली जिले में दुष्कर्म के आरोपी के परिजनों पर थाने में महिला सिपाही से मारपीट और वर्दी फाड़ने का आरोप

इसी जिले की 40 वर्षीय भिखनी के पड़ोसी ने सपने में उसे ‘जादू-टोना’ करते देखा था. इसके बाद भिखनी को निर्वस्त्र करके बालों से पकड़ कर घुमाया गया. उसे प्रताड़ित किया गया और ऐसे ऐसे अत्याचार किए गए जो सोच से भी परे हैं. घटना को दो वर्ष बीत चुके हैं लेकिन आज भी भिखनी सदमे में है. उसे रातों में नींद नहीं आती और इस बात का डर सताता है कि आरोपी जब जेल से छूटेगा तो क्या होगा?

राज्य सरकार के कार्यक्रम ‘गरिमा’ के तहत दीदियों से काउंसलिंग करा रही भिखनी कहती है,‘‘ वह मुझे मार डालेगा...छोड़ेगा नहीं’’ राज्य सरकार के इस कार्यक्रम का लक्ष्य ऐसे अमानवीय बर्ताव की शिकार हुई महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा करना और उनके मन से भय निकालना है.

रामपुर गांव की 45 वर्षीय रेबेका टिर्की भी इन्हीं अनुभवों से गुजर चुकी हैं. रेबेका बताती हैं कि उनके पड़ोसी की बच्ची बीमार पड़ गई थी और इससे बाद उसे डायन करार दे दिया गया . यहीं से शुरू हुई थी उसके सामाजिक बहिष्कार और तिरस्कार की यातना.

शांति खल्खो की भी कहानी कमोबेश ऐसी ही है और वह कहती है कि जब भी उसे याद आता है कि कैसे उसे घर से बाहर घसीट कर लाया गया था और जिंदा जलाने की तैयारी कर ली गई थी, वह सिहर उठती है. एक अधिकारी के अनुसार गुमला में जादू-टोने करने का आरोप लगा कर महिलाओं के साथ अमानवीय बर्ताव करने के मामले की संख्या 476 है.

इस संबंध में पूछे जाने पर उपायुक्त सुशांत गौरव कहते हैं कि इस सामाजिक बुराई के खिलाफ अभियान चला कर लोगों के बर्ताव में बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है. जिले के विकास के लिए किए गए कार्यों के वास्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अप्रैल माह में सम्मानित होन वाले गौरव ने ‘पीटीआई-’ से बातचीत में कहा कि जब भी कोई ऐसा मामला सामने आता है तो आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाती है.

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