देश की खबरें | झारखंड के मंत्री का पार्थिव शरीर रांची लाया गया, पैतृक स्थान पर होगा अंतिम संस्कार

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रांची, सात अप्रैल झारखंड के मंत्री जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर शुक्रवार सुबह रांची लाया गया और उसे मंत्रियों एवं विधायकों के अंतिम दर्शन के लिए झारखंड विधानसभा परिसर में रखा गया है।

झारखंड के शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री महतो (56) का बृहस्पतिवार को चेन्नई के एक अस्पताल में निधन हो गया, जहां उनका उपचार हो रहा था।

रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, कैबिनेट मंत्री मिथिलेश ठाकुर और आलमगीर आलम सहित सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के नेता मंत्री के अंतिम दर्शन के लिए मौजूद थे।

ठाकुर ने हवाई अड्डे पर कहा, ‘‘वह ऐसे नेता थे जिन्होंने हमेशा झारखंड और यहां के लोगों के लिए लड़ाई लड़ी। यह राज्य के लिए एक बड़ी क्षति है।’’

विधानसभा परिसर में महतो को विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, झारखंड के कैबिनेट मंत्री चंपई सोरेन, बादल पत्रलेख, बन्ना गुप्ता और मिथिलेश ठाकुर, विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी, निर्दलीय विधायक सरयू राय और कई अन्य ने पुष्पांजलि अर्पित की।

विधानसभा के बाद उनके पार्थिव शरीर को झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, जहां से उसे उनके पैतृक स्थान बोकारो स्थित सिमराकुली अलार्गो गांव ले जाया जाएगा और वहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

महतो को पिछले महीने स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण विमान से चेन्नई ले जाया गया था। कोविड-19 से उबरने के बाद नवंबर 2020 में उनके फेफड़े का सफल प्रत्यारोपण हुआ था। मंत्री के परिवार में एक बेटा और चार बेटियां हैं।

झारखंड सरकार ने महतो के सम्मान में छह अप्रैल से दो दिन के शोक की घोषणा की है। इस दौरान आधिकारिक कार्यक्रम नहीं होंगे।

शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर शोक प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया, ‘‘टाइगर जगरनाथ दा ने झारखंड और झारखंडियत की रक्षा के संघर्ष में हमेशा साथ निभाया, उसे जीतना सिखाया। झारखंड की माटी के वीर सपूत जगरनाथ महतो अमर रहें।’’

सोरेन ने कहा कि महतो असल जीवन के असल टाइगर थे और उनके निधन से जो क्षति हुई है उसकी भरपाई संभव नहीं है।

मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘‘परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की इस घड़ी में सहन करने की शक्ति दे।’’

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