देश की खबरें | आईयूएमएल ने भाजपा पर राम मंदिर उद्घाटन समारोह का राजनीतिक इस्तेमाल करने का आरोप लगाया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की प्रमुख सहयोगी पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने भाजपा पर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए अयोध्या में होने वाले राम मंदिर उद्घाटन समारोह का इस्तेमाल करने का शुक्रवार को आरोप लगाया।

मलप्पुरम (केरल), 29 दिसंबर केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की प्रमुख सहयोगी पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने भाजपा पर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए अयोध्या में होने वाले राम मंदिर उद्घाटन समारोह का इस्तेमाल करने का शुक्रवार को आरोप लगाया।

आईयूएमएल ने उम्मीद जताई कि धर्मनिरपेक्ष ताकतें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की इस राजनीतिक चाल को पहचानेंगी।

कांग्रेस की केरल इकाई इस बात को लेकर असमंजस में है कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए मिले निमंत्रण को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व का क्या रुख होगा।

आईयूएमएल ने कांग्रेस से इस बारे में स्वतंत्र रूप से फैसला लेने का आग्रह किया है।

आईयूएमएल के राष्ट्रीय महासचिव पी. के. कुन्हालीकुट्टी ने पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री और अन्य लोगों ने राम मंदिर उद्घाटन समारोह को लेकर अगले संसदीय चुनाव के उद्देश्य से एक राजनीतिक प्रचार शुरू किया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा इस समारोह में शामिल होने वालों और इसमें शामिल नहीं लेने वालों के बीच अंतर करके इस कार्यक्रम का राजनीतिकरण कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार का लक्ष्य अगला संसदीय चुनाव है। लीग हिंदू समुदाय की आस्था का बहुत सम्मान करती है और वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती लेकिन राम मंदिर के उद्घाटन समारोह का राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है।’’

उन्होंने कहा कि यह मुद्दा राजनीतिक है, धार्मिक नहीं है और उन्होंने प्रत्येक राजनीतिक दल, विशेषकर धर्मनिरपेक्ष विचारों वाले लोगों से इस संबंध में स्वतंत्र निर्णय लेने का आह्वान किया।

कांग्रेस के रुख पर कुन्हालीकुट्टी ने कहा, ‘‘कांग्रेस की अपनी व्यवस्था है, नेतृत्व है। उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें स्वतंत्र निर्णय लेने दीजिए।’’

आईयूएमएल प्रमुख सादिक अली शिहाब थंगल ने कहा कि आईयूएमएल श्रद्धालुओं की आस्था का समर्थन करती है लेकिन इसे आगामी लोकसभा चुनावों के लिए राजनीतिक एजेंडे में बदलने के प्रयास को स्वीकार नहीं किया जा सकता।

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