अहमदनगर, 15 सितंबर शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने की आकांक्षा कभी नहीं रखी। आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरे के साथ उतरने के प्रति महा विकास आघाडी (एमवीए) सहयोगियों की अनिच्छा की पृष्ठभूमि में उनका यह बयान सामने आया है।
अहमदनगर में प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि उनकी (नवंबर) 2019 में भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं थी।
ठाकरे ने कहा, ‘‘चाहे मैं सत्ता में रहूं या नहीं, मैं लोगों के समर्थन से सशक्त महसूस करता हूं। बालासाहेब (ठाकरे) कभी भी सत्ता में नहीं थे, लेकिन लोगों के समर्थन के कारण सभी शक्तियां उनमें निहित थीं।’’
वह पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए प्रदर्शन कर रहे राज्य सरकार के कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे।
ठाकरे ने पिछले महीने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) और कांग्रेस से महा विकास आघाडी के लिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा तय करने के लिए कहा था, लेकिन उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली।
एमवीए के मुख्य वास्तुकार और राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि गठबंधन को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
पवार ने कहा था कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार इस आधार पर तय किया जाएगा कि गठबंधन में कौन सी पार्टी सबसे अधिक सीट जीतती है।
ठाकरे ने आगे कहा कि महाराष्ट्र के लोग उनकी ताकत हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब तक आप मेरा समर्थन करेंगे तब तक कोई मुझे सेवानिवृत्त नहीं कर सकता।’’
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