बेंगलुरु, तीन अप्रैल: प्रतिभाशाली तेज गेंदबाजों को अक्सर अपनी गेंदबाजी में विविधता जोड़ने के लिए गति कम करने की सलाह दी जाती है लेकिन अपनी तूफानी गेंदबाजी के कारण चर्चा में चल रहे मयंक यादव को दिल्ली के उनके सीनियर साथी इशांत शर्मा ने अतिरिक्त कौशल जोड़ने के लिए गति से समझौता नहीं करने की सलाह दी है. यह भी पढें: PAK vs NZ: पाकिस्तान दौरे पर माइकल ब्रेसवेल को टी-20 का कप्तान बनाया गया, टिम रॉबिन्सन को टीम में मिली जगह
मयंक ने रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु (आरसीबी) के खिलाफ 156.7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद की जो आईपीएल के वर्तमान सत्र में सबसे तेज गेंद है. मयंक ने इसके बाद भारत की तरफ से 100 से अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले इशांत और एक अन्य तेज गेंदबाज नवदीप सैनी से मिली सलाह के बारे में जिक्र किया.
उन्होंने जिओ सिनेमा से कहा,‘‘दिल्ली में मैंने जितने भी गेंदबाजों से बात की उनमें इशांत भाई और सैनी भाई ने मुझसे कहा कि कि अगर मैं कुछ नया जोड़ना चाहूं, तब भी इसी गति से गेंदबाजी करना.’’
मयंक ने कहा,‘‘अगर मैं अपनी गेंदबाजी में नया कौशल जोड़ना चाहता हूं तो इसे अपनी गति को बरकरार रखते हुए ही जोड़ना चाहिए. मुझे किसी तरह का ऐसा कौशल नहीं चाहिए जिसमें मुझे अपनी गति से समझौता करना पड़े.’’
आरसीबी के खिलाफ चार ओवर में 14 रन देकर तीन विकेट लेने वाले मयंक ने कहा कि उनका ध्यान हमेशा विकेट हासिल करने पर लगा रहता है. उन्होंने कहा,‘‘ मेरा ध्यान गति पर उतना नहीं होता है जितना विकेट लेने और विकेट लेकर टीम के लिए योगदान देने पर रहता है. हालांकि गेंदबाजी करते समय मेरे दिमाग में यह बात रहती है कि जब भी मैं गेंद करूं तो उसकी गति अच्छी होनी चाहिए.’’
मयंक ने कहा,‘‘मैच के बाद मैं हमेशा लोगों से जरूर पूछता हूं कि मैच में सबसे तेज गेंद की गति कितनी थी लेकिन मैच के दौरान मैं केवल अपनी गेंदबाजी पर ध्यान केंद्रित करता हूं.’’
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