जरुरी जानकारी | शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी से निवेशकों की संपत्ति इस साल अबतक 110.57 लाख करोड़ रुपये बढ़ी
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. तेजी के रथ पर सवार घरेलू शेयर बाजार में इस साल मानक सूचकांकों के लगातार नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बीच निवेशकों की संपत्ति में 110.57 लाख करोड़ रुपये की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
नयी दिल्ली, दो अक्टूबर तेजी के रथ पर सवार घरेलू शेयर बाजार में इस साल मानक सूचकांकों के लगातार नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बीच निवेशकों की संपत्ति में 110.57 लाख करोड़ रुपये की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
इस साल अबतक बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों के कुल बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में 1,10,57,617.4 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इन कंपनियों का कुल पूंजीकरण बढ़कर 4,74,86,463.65 करोड़ रुपये (5.67 लाख करोड़ डॉलर) हो गया है।
बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार मूल्यांकन 27 सितंबर को 477.93 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था। उसी दिन सेंसेक्स ने 85,978.25 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर को छुआ था।
बीएसई के मानक सूचकांक सेंसेक्स ने कैलेंडर वर्ष 2024 में अब तक 12,026.03 अंक यानी 16.64 प्रतिशत की छलांग लगाई है। सेंसेक्स साल की शुरुआत में 72,271.94 अंक के स्तर पर था।
इस तेजी का फायदा निवेशकों को अच्छे रिटर्न के रूप में मिला है। विश्लेषकों ने बाजारों में तेज उछाल का श्रेय घरेलू स्तर पर तरलता की बेहतर स्थिति के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत बुनियाद को दिया है।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘इस साल घरेलू स्तर पर मजबूत तरलता देखने को मिली है। यह म्यूचुअल फंड उद्योग में रिकॉर्ड निवेश से प्रेरित है।’’
मीणा ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के बिकवाली दबाव के बावजूद भारतीय इक्विटी बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने में सफल रहे। खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों ने बेहतर प्रदर्शन किया और कई शेयरों के ऊंचाई पर पहुंचने से खुदरा निवेशकों ने अच्छा लाभ कमाया।
इस साल अबतक बीएसई मिडकैप सूचकांक में 12,645.24 अंक यानी 34.32 प्रतिशत और स्मॉलकैप में 14,777.09 अंक यानी 34.62 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘हाल के सप्ताहों में तेज उछाल फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती का नतीजा है। उम्मीद है कि आरबीआई भी अपनी द्विमासिक समीक्षा बैठक में इसी तरह का कदम उठाएगा।’’
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 17 सितंबर को पहली बार 83,000 अंक के स्तर से ऊपर बंद हुआ। तीन दिन बाद ही यह पहली बार ऐतिहासिक 84,000 अंक के स्तर से ऊपर बंद हुआ। इसने 25 सितंबर को 85,000 अंक के स्तर को भी पार कर लिया।
मीणा ने कहा, ‘‘भू-राजनीतिक तनाव के बावजूद वैश्विक बाजार भी इस तेजी में मददगार रहे हैं। अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती चक्र की शुरुआत भारत जैसे उभरते बाजारों के लिए एक महत्वपूर्ण सकारात्मक कारक रही है। इससे निवेशकों की धारणा को बढ़ावा मिला है और जोखिमपूर्ण परिसंपत्तियों में तरलता का प्रवाह बढ़ा है।’’
सेंसेक्स वर्ष 2023 में 11,399.52 अंक यानी 18.73 प्रतिशत उछला था। इस दौरान निवेशकों की संपत्ति 81.90 लाख करोड़ रुपये बढ़ी थी। सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार मूल्यांकन पिछले साल 29 नवंबर को पहली बार चार लाख करोड़ डॉलर पर पहुंचा था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज 19,82,265.88 करोड़ रुपये के बाजार मूल्यांकन के साथ देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है। टीसीएस (15,50,820.85 करोड़ रुपये), एचडीएफसी बैंक (14,48,480.85 करोड़ रुपये), भारती एयरटेल (9,67,295.41 करोड़ रुपये) और आईसीआईसीआई बैंक (8,98,320.22 करोड़ रुपये) भी शीर्ष पांच में शामिल हैं।
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