विदेश की खबरें | सीपीईसी को लेकर भारत का रुख इसकी 'असुरक्षा' की भावना को दर्शाता है: पाकिस्तान

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. पाकिस्तान ने मंगलवार को चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) पर भारत के रुख को 'निराधार और गुमराह' करने वाला करार दिया और कहा कि अरबों डॉलर के गलियारे पर आक्षेप लगाने की कोशिश नयी दिल्ली की ''असुरक्षा की भावना और एक वर्चस्ववादी एजेंडे के लक्ष्य'' को दर्शाती है।

श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

इस्लामाबाद, 26 जुलाई पाकिस्तान ने मंगलवार को चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) पर भारत के रुख को 'निराधार और गुमराह' करने वाला करार दिया और कहा कि अरबों डॉलर के गलियारे पर आक्षेप लगाने की कोशिश नयी दिल्ली की ''असुरक्षा की भावना और एक वर्चस्ववादी एजेंडे के लक्ष्य'' को दर्शाती है।

भारत ने आज दिन में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से होकर गुजर रहे अरबों डॉलर के आर्थिक गलियारे संबंधी परियोजनाओं में अन्य देशों को जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के प्रयासों को लेकर मंगलवार को चीन और पाकिस्तान की निंदा की थी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के तहत इस प्रकार की गतिविधियां ‘‘स्वाभाविक रूप से अवैध, अनुचित और अस्वीकार्य’’ हैं।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में भारत की टिप्पणियों को ''निराधार व गुमराह करने वाला'' बताते हुए इसे सीपीईसी के राजनीतिकरण का प्रयास करार दिया।

मंत्रालय ने कहा, ''सीपीईसी पर आक्षेप लगाने का प्रयास भारत की असुरक्षा की भावना के साथ-साथ एक वर्चस्ववादी एजेंडे के लक्ष्य को दर्शाता है, जिसने दशकों से दक्षिण एशिया में सामाजिक-आर्थिक विकास को रोक रखा है।''

मंत्रालय ने कहा कि ''सीपीईसी एक परिवर्तनकारी परियोजना है और क्षेत्र के लिए स्थिरता, आपसी सहयोग व साझा विकास की अग्रदूत है।''

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\