नयी दिल्ली, 24 जनवरी सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर, 2023) का शुद्ध लाभ 30 प्रतिशत उछाल के साथ 723 करोड़ रुपये रहा है। बैंक ने बुधवार को जारी बयान में इसका श्रेय मुख्य आय में सुधार और डूबे कर्ज में कमी को दिया।
चेन्नई के इस बैंक का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 555 करोड़ रुपये रहा था।
आईओबी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि तिमाही के दौरान उसका परिचालन लाभ बढ़कर 1,780 करोड़ रुपये हो गया, जो दिसंबर, 2022 को समाप्त तिमाही में 1,540 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक ने बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आमदनी 7,437 करोड़ रुपये रही, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 6,006 करोड़ रुपये रही थी।
बैंक की ब्याज आय दिसंबर, 2023 तिमाही में 6,176 करोड़ रुपये हो गई, जो दिसंबर, 2022 तिमाही में 5,056 करोड़ रुपये थी।
संपत्ति की गुणवत्ता के मोर्चे पर बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) दिसंबर 2023 के अंत तक घटकर कुल ऋण का 3.90 प्रतिशत रह गईं, जो एक साल पहले 8.19 प्रतिशत थीं।
इसी तरह, बैंक का शुद्ध एनपीए भी घटकर 0.62 प्रतिशत रह गया, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2.43 प्रतिशत था।
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