Maharashtra: आदित्य ठाकरे के करीबी सहयोगी राहुल कनाल के ठिकानों पर IT विभाग ने मारा छापा,  मंत्री ने कहा- सरकार एजेंसियों का कर रही हैं दुरुपयोग
आदित्य ठाकरे (Photo Credits: Twitter)

मुंबई: आयकर अधिकारियों ने मंगलवार को शिवसेना पदाधिकारी राहुल कनाल (Rahul Kanal) के कार्यालयों और घरों तथा एक केबल ऑपरेटर एवं एक आरटीओ अधिकारी के परिसरों में तलाशी ली. कनाल, महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) के करीबी बताये जाते हैं, जबकि केबल ऑपरेटर और आरटीओ अधिकारी राज्य के परिवहन मंत्री अनिल परब (शिवसेना) से संबद्ध हैं. शिवसेना प्रमुख एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ने कनाल के खिलाफ आयकर विभाग की तलाशी को बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनावों से पहले दिल्ली से संचालित कार्रवाई बताया. कनाल, शिरडी साईंबाबा मंदिर न्यास के सदस्य हैं.

आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कनाल के घर और कार्यालय में सिलसिलेवार तलाशी ली गई, हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तृत रूप से नहीं बताया. केबल ऑपरेटर सदानंद कदम और आरटीओ अधिकारी बजरंग खारमते के परिसरों में भी तलाशी ली गई. सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों ने इन लोगों के कुल 20 परिसरों की तलाशी ली जिनमें से 12 मुंबई में और शेष पुणे में हैं. कनाल के यहां तलाशी, बीएमसी स्थायी समिति के अध्यक्ष एवं शिवसेना के वरिष्ठ नेता यशवंत जाधव के खिलाफ जारी जांच से संबद्ध है। आयकर विभाग को दी गई जानकारी में संपत्ति का कथित तौर पर खुलासा नहीं करने को लेकर जाधव के परिसरों में पिछले महीने तलाशी ली गई थी. यह भी पढ़े: संजय राउत का सवाल, ED और IT की कार्रवाई शिवसेना के नेताओं के खिलाफ ही क्यों?

खारमते के खिलाफ कार्रवाई सचिन वाझे से उनके कथित संपर्क को लेकर प्रवर्तन निदेशालय की जारी जांच के तहत की गई है। वाझे, उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास एंटीलिया के बाहर एक संदिग्ध वाहन पाये जाने और ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में अभी जेल में है। वाहन से जिलेटिन की छड़ें (विस्फोटक सामग्री) बरामद हुई थी. बीएमसी स्थायी समिति से अनुबंध देने में भ्रष्टाचार की शिकायतों को लेकर जाधव आयकर विभाग की जांच के दायरे में आये हैं.

जाधव बीएमसी स्थायी समिति के अध्यक्ष हैं जबकि उनकी पत्नी बायकुला विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. आदित्य ने आरोप लगाया कि आयकर विभाग के छापे ने केंद्र में सत्तारूढ़ दल (भारतीय जनता पार्टी) द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के दुरूपयोग को प्रदर्शित किया है. आदित्य ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘महाराष्ट्र ने अतीत में भी आक्रमण (बाहरी लोगों द्वारा) देखे हैं। यह दिल्ली से किया गया आक्रमण है। चुनाव नजदीक आ रहे हैं, ऐसे में महाविकास आघाडी सरकार से भयभीत केंद्र ने केंद्रीय जांच एजेंसियों को तैनात कर दिया है। जहां चुनाव हो रहे हैं वहां भी इसी तरह के छापे मारे गये हैं.

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसियां भाजपा की चुनाव अभियान एजेंसियां बन गई हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन महाराष्ट्र न डरेगा ना (दिल्ली के आगे) झुकेगा. वहीं, आदित्य पर प्रहार करते हुए महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दारेकर ने कहा कि राज्य में एमवीए सरकार तुच्छ मामलों को लेकर भाजपा नेताओं को प्रताड़ित कर रही है.

वहीं, राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने भाजपा पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ दुरूपयोग किया जा रहा है. भाजपा का नाम लिये बगैर सुप्रिया ने कहा कि आपातकाल का लगातार विरोध करने वाले लोग उसी तरह का व्यवहार कर रहे हैं.

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