ताजा खबरें | मुलायम को करहल लाने पर शाह का तंज ''आगाज ऐसा हैं तो अंजाम क्या होगा''

Get latest articles and stories on Latest News at LatestLY. अखिलेश यादव के चुनाव क्षेत्र और समाजवादी पार्टी के गढ़ करहल में प्रचार करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रचार के लिए वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव को लाने पर व्यंगात्मक लहजे में कहा कि ''आगाज ऐसा है तो अंजाम क्या होगा।''

मैनपुरी (उप्र), 17 फरवरी अखिलेश यादव के चुनाव क्षेत्र और समाजवादी पार्टी के गढ़ करहल में प्रचार करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रचार के लिए वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव को लाने पर व्यंगात्मक लहजे में कहा कि ''आगाज ऐसा है तो अंजाम क्या होगा।''

शाह ने कहा, "मैंने अखिलेश (यादव) को टीवी पर यह कहते सुना था कि वह यहां नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद सीधे 10 मार्च (चुनाव परिणाम के दिन) को आएंगे, लेकिन वह छठे दिन ही आ गए और कड़ी धूप में, इतनी आयु में नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को भी मैदान में उतरना पड़ा है । अब बताओ 'आगाज ऐसा है तो अंजाम क्या होगा?' क्या कमल नहीं जितेगा ?''

संयोग से, आज ही लगभग तीन किमी दूर अपने बेटे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए एक सभा को संबोधित करने के लिए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव आए । मुलायम ने इस विधानसभा चुनाव प्रचार में पहली बार उपस्थिति दर्ज कराई।

इस सीट पर जीत को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए शाह ने मतदाताओं से पूछा कि क्या वे चाहते हैं कि भाजपा 300 सीटें जीते तो करहल में जीत हासिल करें । करहल से भाजपा ने केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा है।

अमित शाह ने कहा, "केवल एक सीट 300 सीटों का काम कर सकती है, करहल में 'कमल' को जीत दिलाएं और राज्य में सपा का सफाया हो जाएगा।"

बघेल के बारे में बोलते हुए अमित शाह ने कहा, "वह केंद्र सरकार में मंत्री हैं और उनके पास एक अच्छा विभाग भी है। वह बघेल जातियों के एक बड़े नेता हैं, जब वे भाजपा में शामिल हुए तो उन्होंने सत्ता छोड़कर ऐसा किया। हमने उन्हें ओबीसी मोर्चा का अध्यक्ष बनाया, उन्होंने चुनाव लड़ा और जीत गए, मोदी जी ने उन्हें मंत्री बनाया और उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने की कोई आवश्यकता नहीं थी।'

शाह ने कहा, " उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि उप्र फिर से माफिया और गुंडों के हाथ में जाए। और इसलिए बघेल यहां से चुनाव लड़ने आए। वह उप्र की भलाई के लिए आए हैं । उन्हें भारी अंतर जिताना हैं ।’’

समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए, शाह ने आरोप लगाया कि उन्होंने इतने लंबे समय तक सरकार चलाई लेकिन गरीबों के लिए कुछ नहीं किया, जबकि 2014 में सत्ता में आने पर नरेंद्र मोदी ने कहा कि भाजपा सरकार गरीबों, पिछड़ों की सरकार है और इस दिशा में पूरे समय काम किया।

केंद्र और राज्य दोनों में भाजपा सरकार द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों के बारे में बताते हुए, शाह ने कहा कि सपा अध्यक्ष ने कोविड वैक्सीन को भाजपा वैक्सीन कहा था । उन्होंने पूछा, "अगर उनके कहने पर आपने वैक्सीन नहीं ली होती, तो क्या आप तीसरी लहर में सुरक्षित होते?"

राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति में बड़े पैमाने पर सुधार का दावा करते हुए, शाह ने पूछा, "जब से 'कमल' की सरकार सत्ता में आई है, क्या कोई बाहुबली आपको परेशान कर सका है, आजम खान, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी कहां हैं, क्या वे रहेंगे जेल में? सपा की सरकार बनी तो दूसरे दिन सैफई महोत्सव में गाना बजाना देखने निकलेंगे, तय करें कि उन्हें कहां रखना है?"

उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा, "नरेंद्र मोदी की सरकार में उप्र में कोई बाहुबली नहीं, सिर्फ बजरंगबली हैं।"

उन्होंने कहा, ''सबका साथ, सबका विकास'' को अंतिम आदमी तक पहुंचाने के लिए हमने एसपी बघेल को उचित सोच के साथ भेजा है.. बघेल की जीत सुनिश्चित करें और मैं गारंटी देता हूं कि सभी पिछड़ों को उचित भागीदारी मिलेगी।

पड़ोसी जिले फिरोजाबाद में एक अन्य चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि समाजवादी पार्टी पहले दो चरणों में हार रही है और अखिलेश यादव 'पैसा इकट्ठा करो और छुट्टी पर जाओ' के 'मंत्र' का पालन करते हैं जबकि भाजपा धन इकट्ठा करती है और लोगों के कल्याण में इसका इस्तेमाल करती है।

करहल में तीसरे चरण में 20 फरवरी को चुनाव हैं ।

जफर

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