देश की खबरें | इतिहास नेहरू-गांधी परिवार के ‘आत्मसमर्पणों’ से भरा, राहुल सशस्त्र बलों का अपमान कर रहे हैं: भाजपा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में ‘‘आत्मसमर्पण’’ संबंधी टिप्पणी कर सशस्त्र बलों का अपमान करने का बुधवार को आरोप लगाया और कहा कि यह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को कमतर आंकने के समान है।

नयी दिल्ली, चार जून भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में ‘‘आत्मसमर्पण’’ संबंधी टिप्पणी कर सशस्त्र बलों का अपमान करने का बुधवार को आरोप लगाया और कहा कि यह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को कमतर आंकने के समान है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस नेता ने पड़ोसी देश के समर्थन में बोलने के मामले में पाकिस्तानी सेना प्रमुख, उसके प्रधानमंत्री और वहां के आतंकवादी सरगनाओं को भी पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के कटाक्ष एक ‘‘बीमार और खतरनाक मानसिकता’’ को दर्शाते हैं।

उन्होंने भारत का विभाजन, ‘‘चीन और पाकिस्तान द्वारा भारतीय भूभाग पर कब्जा करने’’ समेत कांग्रेस के शासनकाल में हुई ऐतिहासिक घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि इतिहास नेहरू-गांधी परिवार के ऐसे ‘आत्मसमर्पणों’ से भरा पड़ा है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करते हुए उन्हें ‘‘भारत मां के ‘मृगेंद्र’ (शेर)’’ बताया।

त्रिवेदी ने कहा, ‘‘राहुल गांधी और कांग्रेस का आत्मसमर्पण का इतिहास हो सकता है, लेकिन भारत कभी किसी के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेगा।’’

उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी स्पष्ट कटाक्ष किया, जिनके भारत और पाकिस्तान की ओर से सैन्य कार्रवाइयों को रोकने में मध्यस्थता के बार-बार के दावों ने विपक्ष को मोदी सरकार पर हमला करने का एक मौका दे दिया।

भाजपा प्रवक्ता ने ट्रंप द्वारा यह ‘पोस्ट’ किए जाने का उल्लेख किया कि अमेरिका के उनके पूर्ववर्ती राष्ट्रपति जो बाइडन को 2020 में मार दिया गया था और उनकी जगह एक ‘रोबोट क्लोन’ को नियुक्त किया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘कोई कितना भरोसा कर सकता है... मैं अमेरिकी सरकार से भी पूछना चाहता हूं क्योंकि उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल हैंडल ‘‘ट्रुथ’’पर यह टिप्पणी की है। बेहतर होगा कि राहुल गांधी हमें बताएं कि क्या वह इस पर विश्वास करते हैं।’’ उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों और विदेश मंत्रालय ने कई बार स्पष्ट किया है कि कोई तीसरा पक्ष मध्यस्थता नहीं कर रहा है।

त्रिवेदी ने यह भी उल्लेख किया कि राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने एक बार मोदी से कहा था कि वह ‘‘उस देश (पाकिस्तान) को रोक सकते हैं जो भारत को परेशान कर रहा है, लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘नहीं, नहीं, हमने उन्हें कई बार सबक सिखाया है। ये मैं करूंगा।’’

उन्होंने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के विभिन्न नेताओं की विवादास्पद टिप्पणियों का उल्लेख किया जिन्होंने मंगलवार को बैठक की थी।

‘इंडिया’ गठबंधन के 16 घटक दलों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद के घटनाक्रम पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए।

त्रिवेदी ने कहा, ‘‘उनके नाम में ‘इंडिया’ है लेकिन दिल में पाकिस्तान है।’’

उन्होंने कहा कि गांधी की टिप्पणियों से पता चलता है कि उनमें विपक्ष के नेता से अपेक्षित परिपक्वता और गंभीरता का अभाव है।

त्रिवेदी ने कहा कि यदि कांग्रेस नेता ने ये टिप्पणियां स्वयं की हैं तो इससे उनकी निष्ठा पर गंभीर सवाल उठता है। उन्होंने कहा कि यदि इसके पीछे उनके सलाहकार हैं तो गांधी को उन्हें बदलने पर विचार करना चाहिए।

यह टिप्पणी उस समय की गई जब गांधी ने मध्य प्रदेश में पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष के दौरान ट्रंप का फोन आने के बाद मोदी ने ‘आत्मसमर्पण’ कर दिया था।

उन्होंने यहां कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में पार्टी के ‘संगठन सृजन अभियान’ की शुरुआत करने के बाद गांधी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘ट्रंप का एक फोन आया और नरेन्द्र (मोदी) जी ने तुरंत आत्मसमर्पण कर दिया- इतिहास गवाह है। यही भाजपा-आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) का चरित्र है, ये हमेशा झुकते हैं।’’

पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा कि ‘‘डोकलाम से लेकर पहलगाम तक’’ गांधी ने ‘‘भारत के राजनीतिक और आर्थिक पुनरुत्थान का विरोध करने वाली ताकतों के साथ खड़ा होना चुना’’।

त्रिवेदी ने कहा कि गांधी पहले से ही पाकिस्तानी मीडिया और वहां की संसद में सुर्खियां बटोर रहे हैं तथा अब वह कुछ ऐसा कह रहे हैं जो पाकिस्तानी प्रतिष्ठान और वहां स्थित आतंकवादियों ने भी नहीं कहा है।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने सैन्य कार्रवाइयां रोकने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने संबंधी ट्रंप के दावे को पहले ही खारिज कर दिया है।

त्रिवेदी ने भारत की प्रतिष्ठा और उसके सशस्त्र बलों की वीरता को कमतर आंकने के लिए पाकिस्तानी सेना प्रमुख और प्रधानमंत्री के उपनामों का उपयोग करते हुए गांधी को ‘‘राहुल मुनीर’’ और ‘‘राहुल शरीफ’’ कहा।

भाजपा प्रवक्ता एवं राज्यसभा सदस्य ने कहा कि कांग्रेस नेताओं समेत बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों ने गंभीरता और एकजुटता के साथ दुनियाभर में भारत का पक्ष रखा है, लेकिन गांधी ने अपनी बेहद ओछी टिप्पणियों से यह साबित कर दिया है कि उनमें अपने रुख के लिए अपेक्षित परिपक्वता का अभाव है।

उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस की ही सरकार थी जिसने पाकिस्तान को पानी देने के लिए सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर किए थे और 1965 और 1971 के युद्धों के बाद सशस्त्र बलों द्वारा जीते गए कुछ क्षेत्रों पर दावा छोड़ दिया था।

भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘इतिहास याद रखेगा: डोकलाम से लेकर पहलगाम तक, जब भी भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और वैश्विक शक्ति के रूप में उभरने के लिए एकजुट हुआ, राहुल गांधी ने अपनी विरासत के अनुरूप भारत के राजनीतिक और आर्थिक पुनरुत्थान का विरोध करने वाली ताकतों के साथ खड़ा होना चुना।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब एकता की जरूरत थी, तब उन्होंने संदेह जताया। जब ताकत की जरूरत थी, तब उन्होंने विभाजन को बढ़ाया।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\