देश की खबरें | इंदौर में भारी बारिश ने तोड़ा 39 साल का रिकॉर्ड, 10,000 लोग प्रभावित

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में पिछले 24 घंटों से जारी भारी बारिश ने शनिवार को 39 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भारी बारिश से अलग-अलग इलाकों में जल जमाव से करीब 10,000 लोग प्रभावित हुए। इनमें से लगभग 2,500 लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

इंदौर, 22 अगस्त मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में पिछले 24 घंटों से जारी भारी बारिश ने शनिवार को 39 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भारी बारिश से अलग-अलग इलाकों में जल जमाव से करीब 10,000 लोग प्रभावित हुए। इनमें से लगभग 2,500 लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

इंदौर नगर निगम (आईएमसी) की आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया, "जल जमाव से शहर के अलग-अलग इलाकों के करीब 10,000 लोग किसी न किसी तरह प्रभावित हुए। वर्षा से प्रभावित इलाकों में राहत कार्य लगातार जारी है।"

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जिलाधिकारी मनीष सिंह ने बताया, "शहर में बारिश के पानी से घिरीं निचली बस्तियों के लगभग 2,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। कुछ इलाकों में लोगों को बचाने के लिये रबर की नावों की मदद भी ली गयी।"

अधिकारियों ने बताया कि जल जमाव से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में सिकंदराबाद कॉलोनी, जूना रिसाला, रामानंद नगर, अर्जुन सिंह नगर, कुम्हारखाड़ी और श्याम नगर कांकड़ शामिल हैं। इन जलमग्न इलाकों के निवासियों को सुरक्षित बचाते हुए सरकारी स्कूलों, महाविद्यालयों, छात्रावासों और धर्मशालाओं में ले जाया गया।

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इस बीच, मौसम विभाग के वैज्ञानिक अमितेश यादव ने बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे के बीच शहर में 263.4 मिलीमीटर (10.37 इंच) बारिश दर्ज की गयी।

उन्होंने बताया, "शहर में इससे पहले 10 अगस्त 1981 को 24 घंटे में 212.6 मिलीमीटर (8.37 इंच) बारिश दर्ज की गयी थी। यह रिकॉर्ड अब ध्वस्त हो गया है।"

शहर की अधिकांश प्रमुख सड़कों के जलमग्न होने से यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। रीगल चौराहा स्थित पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) कार्यालय के परिसर में भी पानी भरा देखा गया।

चश्मदीदों ने बताया कि भारी बारिश के बाद महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) के तलघर के दो वॉर्डों में पानी भर गया। एमवायएच, मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में से एक है।

एमवायएच के अधीक्षक पीएस ठाकुर ने बताया, "तलघर स्थित सहारा वॉर्ड (बेसहारा मरीजों के वॉर्ड) और जेल वॉर्ड (कैदियों के वॉर्ड) में पानी भर जाने के बाद इनमें भर्ती मरीजों को अस्पताल की चौथी मंजिल पर स्थानांतरित किया गया।"

हर्ष

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