नयी दिल्ली, 31 अक्टूबर एचडीएफसी बैंक की अनुषंगी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के माध्यम से 12,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी में आरंभिक दस्तावेज जमा कराए हैं।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) में बुधवार को दाखिल दस्तावेजों के अनुसार, प्रस्तावित आईपीओ 2,500 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों के नए निर्गम और प्रवर्तक एचडीएफसी बैंक द्वारा 10,000 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन है।
वर्तमान में, एचडीएफसी बैंक के पास एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज में 94.36 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो बैंक की एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) इकाई है।
कंपनी ने अपने टियर-1 पूंजी आधार को मजबूत करने के लिए नए निर्गम से प्राप्त आय का उपयोग करने का प्रस्ताव रखा है। यह व्यवसाय वृद्धि को समर्थन देने के लिए अतिरिक्त उधार सहित भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं का समर्थन करेगा।
एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज को सूचीबद्ध करने का निर्णय भारतीय रिजर्व बैंक के अक्टूबर, 2022 में लिए आदेश के बाद लिया गया है, जिसके तहत ऊपरी स्तर की एनबीएफसी को तीन साल के भीतर शेयर बाजार में सूचीबद्ध होना आवश्यक है।
इसी महीने एचडीएफसी बैंक के निदेशक मंडल ने अपनी अनुषंगी कंपनी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज से संबंधित 10,000 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) सहित 12,500 करोड़ रुपये की शेयर बिक्री को मंजूरी दी थी।
प्रस्तावित आईपीओ के बाद, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज लागू नियमों के प्रावधानों के अनुपालन में बैंक की अनुषंगी कंपनी बनी रहेगी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)