नयी दिल्ली, दो नवंबर सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि समर्थन मूल्य पर अबतक किसानों से सीधे 161.47 लाख टन धान की खरीद की जा चुकी है और खरीद कार्य सुचारू तरीके से चल रहा है।
धान की खरीद राज्य एजेंसियों के साथ सरकारी उपक्रम भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा की जाती है।
विभिन्न एजेंसियां खरीफ (ग्रीष्म) मौसम में उगाए गए धान को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद रही हैं।
खाद्य मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘एक नवंबर तक 161.47 लाख टन धान की खरीद की गई है, जिससे लगभग 9.33 लाख किसानों को 35,571.14 करोड़ रुपये के एमएसपी मूल्य का लाभ हुआ है।’’
इसमें कहा गया है कि वर्ष 2023-24 के अक्टूबर से सितंबर तक चलने वाले खरीफ विपणन सत्र में खरीद कार्य ‘‘सुचारू रूप’’ से आगे बढ़ रहा है।
एजेंसियां किसानों से धान खरीदती हैं और बाद में उसकी मिलिंग करके उसे चावल के रूप में प्राप्त करती हैं।
मंत्रालय का लक्ष्य खरीफ विपणन सत्र में 521.27 लाख टन चावल खरीदने का है, जिसमें से 20.76 प्रतिशत (108.23 लाख टन) पहले ही पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडु से खरीदा जा चुका है।
इसमें कहा गया है कि पंजाब से लगभग 66.42 लाख टन, हरियाणा से 36.11 लाख टन और तमिलनाडु से 3.26 लाख टन खरीदा गया है। धान की खेती ख़रीफ़ और रबी दोनों मौसमों में की जाती है।
देश के कुल चावल उत्पादन का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा ख़रीफ़ मौसम से आता है।
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