गूगल ने निजता तय करने की नई व्यवस्था के साथ ही कृत्रिम मेधा टूल और एंड्रायड 12 (Android 12) का पहला बीटा वर्जन जारी करने सहित कई नयी सुविधाओं की घोषणा की है. एंड्रायड 12 इस साल गूगल के उत्पादों में शामिल हो जाएगा. गूगल (Google) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) ने कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यू परिसर से गूगल के कार्यस्थलों को लेकर नयी नीतियों की भी घोषणा की. इसके तहत खासतौर पर दुनिया भर में कार्यालयों से दूर रहकर काम करने की व्यवस्था अपनाने की मजबूरी को देखते हुए गूगल को बेहतर सहयोग करने में मदद मिलेगी. पिचाई ने कहा कि ‘‘कोविड-19 ने हर समुदाय को बुरी तरह से प्रभावित किया है और ब्राजील और मेरा गृह देश भारत (India) इस समय अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं.’’ यह भी पढ़ें- कोरोना महामारी के बीच Google ला रहा नया फीचर, मिलेगी बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता से जुड़ी जानकारी.
पिचाई ने कहा, ‘‘गूगल ने इस दौर से उबरने में एक-दूसरे की मदद करने के लिए उत्पाद जारी किए हैं और पहल शुरू की हैं. ताकि इनसे छात्रों और शिक्षकों को पठन-पाठन जारी रखने में मदद मिले, छोटी व्यापार इकाइयों को समय के साथ ढलने एवं प्रगति करने में मदद मिले और जरूरतमंद समुदायों को आपात राहत एवं टीके हासिल करने में आसानी हो.’’ पिचाई और गूगल के दूसरे अधिकारियों ने इस पूरे साल अलग-अलग उत्पादों के लिहाज से जारी किए जाने वाले टूल और सुविधाओं के लिए रूपरेखा तैयार किया है. इन उत्पादों में सर्च, लेंस, फोटो, मैप और शॉपिंग सहित अन्य चीजें शामिल हैं.
देखें वीडियो-
That’s a wrap! In case you missed it, here are a few things to know from the #GoogleIO keynote. Watch the full show here → https://t.co/muYGfi08eK pic.twitter.com/96xz8O5Nt7
— Google (@Google) May 19, 2021
बेहतर निजता के लिए गूगल एक नया ‘‘क्विक डिलीट’’ विकल्प ला रही है जिससे गूगल खाता मेन्यू में एक टैप के साथ पिछले 15 मिनट की सर्च हिस्ट्री (गूगल पर सर्च का इतिहास) हट जाएगी. कंपनी मैप्स टाइमलाइन में लोकेशन हिस्ट्री (जगह की जानकारी का इतिहास) रिमाइंडर भी पेश कर रही है.
गूगल एंड्रायड का पहली बीटा संस्करण भी जारी कर रही है जिसके साथ 2014 के बाद से एंड्रायड के डिजाइन में सबसे बड़ा बदलाव होगा. नवीनतम संस्करण में ऐसी सुविधाएं होंगी जो ज्यादा पारदर्शिता के साथ बताएंगी कि कौन से ऐप उपभोक्ताओं के डेटा हासिल कर रहे हैं. इससे उपभोक्ताओं को ज्यादा नियंत्रण की सुविधा मिलेगी और वे बेहतर फैसला कर सकेंगे.