देश की खबरें | पुलिस की दबिश के दौरान युवती की मौत : छह पुलिसकर्मियों पर गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा

लखनऊ, दो मई चंदौली जिले के सैयदराजा क्षेत्र में रविवार को पुलिस की दबिश के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में एक युवती की मौत हो गयी। इस मामले में सोमवार को निलम्बित थानाध्यक्ष समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर—इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।

मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे पुलिस द्वारा जाति के आधार पर जानबूझकर की गयी वारदात करार देते हुए कहा है कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिये।

चंदौली के पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि सैयदराजा थाना क्षेत्र के मनराजपुर गांव में पुलिस का एक दल रविवार को एक बालू कारोबारी को पकड़ने के लिये उसके घर पहुंचा था। आरोप है कि पुलिस ने कारोबारी के घर पर नहीं मिलने पर उसके परिजन से मारपीट की।

उन्होंने बताया कि परिजन का आरोप है कि एक पुलिसकर्मी ने घटना के दौरान कारोबारी की 24 साल की बेटी से बलात्कार किया तथा मारपीट और जोर—जबर्दस्ती के कारण उसकी मौत हो गयी। युवती की अगले महीने शादी होने वाली थी।

अग्रवाल ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने पुलिस दल को घेर लिया और सिपाही मुकेश कुमार और होमगार्ड के जवान छविनाथ को पीट—पीटकर घायल कर दिया। छविनाथ की हालत गम्भीर होने पर उसे वाराणसी के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है। मुकेश का जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इस मामले में मृत युवती के भाई की तहरीर पर थानाध्यक्ष उदय प्रताप सिंह तथा चार महिला पुलिसकर्मियों समेत छह लोगों पर गैर—इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष को पहले ही निलम्बित किया जा चुका है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया ‘‘ मृत युवती के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल से करवाया गया है, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी करायी गयी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। विसरा सुरक्षित कर लिया गया है।’’

बलात्कार के आरोपों के बारे में अग्रवाल ने बताया कि मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर्फ गले पर खरोंच और जबड़े पर बायीं तरफ मामूली चोट के अलावा पूरे शरीर पर और कोई भी बाहरी या अंदरूनी चोट नहीं पायी गयी। उन्होंने कहा ‘‘ इसके बावजूद बलात्कार के आरोप को जांच के दायरे में रखा है।’’

उन्होंने बताया कि मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक—सदर को सौंपी गयी है। हालात के मद्देनजर गांव में बड़ी संख्या में पुलिस तथा पीएसी बल तैनात कर दिया गया है।

इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ के मोहनलालगंज में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया ''पुलिस ने जाति के आधार पर इस वारदात को अंजाम दिया है। अगर बहन की जान गयी है तो आरोपी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिये।''

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