निराशा की पुरानी छवि से बाहर निकलकर उत्तर प्रदेश आशा और आकांक्षा की नई दिशा में बढ़ चला है: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए कहा कि निराशा की पुरानी छवि से बाहर निकलकर प्रदेश आशा और आकांक्षा की नई दिशा में बढ़ चला है.
वाराणसी (उप्र) 24 मार्च : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व की उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए कहा कि निराशा की पुरानी छवि से बाहर निकलकर प्रदेश आशा और आकांक्षा की नई दिशा में बढ़ चला है. मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 1,780 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 28 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि ''यूपी(उत्तर प्रदेश) आज विकास के हर क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहा है. कल 25 मार्च को योगी जी की दूसरी पारी का एक वर्ष पूरा हो रहा है. योगी जी ने लगातार सबसे ज्यादा समय तक यूपी का मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड बनाया है.'' उन्होंने कहा कि ''निराशा की पुरानी छवि से बाहर निकलकर यूपी आशा और आकांक्षा की नई दिशा में बढ़ चला है. सुरक्षा और सुविधा जहां बढ़ती है वहां समृद्धि आना तय है. यही उत्तर प्रदेश में होता हुआ दिख रहा है.'' प्रधानमंत्री ने कहा कि ''आज केन्द्र और यूपी में जो सरकार है वह गरीब की चिंता करने वाली सरकार है, गरीब की सेवा करने वाली सरकार है और आप लोग भले प्रधानमंत्री बोले, सरकार बोलें, लेकिन मोदी तो अपने को आपका सेवक ही मानता है. इसी सेवा भाव से मैं काशी, यूपी और देश की सेवा कर रहा हूं.''
भोजपुरी में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि ''आप सब लोगन के हमार प्रणाम बा'' (आप सभी लोगों को मैं प्रणाम करता हूं).
उन्होंने कहा कि ''एक समय था जब गंगा जी में इसके (पुरातन और आधुनिकता के संगम) बारे में सोचना भी असंभव था लेकिन बनारस के लोगों ने यह भी करके दिखाया और आपके इन्हीं प्रयासों से एक वर्ष के भीतर सात करोड़ से अधिक पर्यटक काशी आए और आप मुझे बताइए ये जो सात करोड़ यहां आ रहे वह बनारस में ही तो ठहर रहे, कभी पूड़ी कचौड़ी खा रहे, कभी जलेबी, लौंग लत्ता का आनंद ले रहे, कभी लस्सी, कभी ठंडई का मजा लिया जा रहा.'' प्रधानमंत्री ने कहा कि ''पिछले आठ नौ वर्षों में आप गंगा के बदले हुए घाटों के साक्षी बने हैं; अब गंगा के दोनों तरफ पर्यावरण से जुड़ा बड़ा अभियान शुरू होने वाला है. सरकार का प्रयास है कि गंगा के दोनों तरफ पांच किलोमीटर के हिस्से में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाए.'' परियोजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इन सभी परियोजनाओं के लिए बनारस और पूर्वांचल के लोगों को बहुत बहुत बधाई. यह भी पढ़ें : सबसे पहले येदियुरप्पा के बेटे से गुलदस्ता स्वीकार कर अमित शाह ने सभी को चौंकाया
मोदी ने कहा कि ''काशी के विकास की चर्चा पूरे देश और दुनिया में हो रही है, जो भी काशी आ रहा है, वह यहां से नई ऊर्जा लेकर जा रहा है. नौ वर्ष पहले लोगों को आशंका थी, बनारस में बदलाव नहीं हो पाएगा, काशी में कुछ नहीं हो पाएगा लेकिन काशी के लोगों ने अपनी मेहनत से हर आशंका को गलत साबित कर दिया.'' यहां संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में इन परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. उन्होंने वाराणसी कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक यात्री रोपवे परियोजना की आधारशिला रखी. इस परियोजना पर करीब 645 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. 3.75 किलोमीटर लंबी रोपवे प्रणाली में पांच स्टेशन होंगे. इससे पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और वाराणसी के निवासियों को आवाजाही में आसानी होगी. प्रधानमंत्री ने नमामि गंगे योजना के तहत भगवानपुर में 55 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) क्षमता वाले जल शोधन संयंत्र की आधारशिला भी रखी जिसका निर्माण 300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा.