बेंगलुरु, 21 नवंबर: बेंगलुरु के बाहरी इलाके व्हाइटफील्ड में एक महिला और उसकी नौ महीने की बेटी की बिजली का करंट लगने से मौत के मामले की जांच के लिए चार टीम गठित की गई हैं. कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री के. जे. जॉर्ज ने मंगलवार को यह जानकारी दी. चौंकाने वाली घटना में रविवार को बिजली के तार के संपर्क में आने के बाद 23 वर्षीय महिला और उसकी गोद में मौजूद बच्ची की मौत हो गई.
जॉर्ज ने कहा कि बेंगलुरु बिजली आपूर्ति कंपनी (बेसकॉम) से एक टीम, पुलिस से दूसरी टीम, तीसरी टीम राज्य बिजली विभाग से और चौथी टीम स्वतंत्र संस्था होगी, जो इस घटना की जांच करेगी. उन्होंने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करने के लिए चार टीम के जरिये जांच कर रहे हैं कि जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए और कार्रवाई का सामना करना पड़े.’’ मंत्री ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि सड़कों पर कोई कटे हुए, झूलते हुए तार न हों जिनमें बिजली प्रवाहित होती हो.
उन्होंने कहा कि 15 दिनों के अंदर टेलीकॉम कंपनियों को खंभों से लटकते हुए तारों को उचित स्थान पर हटाना होगा, ऐसा नहीं करने पर बिजली विभाग उन्हें हटा देगा. मंत्री ने कहा कि घटना के संबंध में दो अधिकारियों सहित बेसकॉम के पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है.
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