Madhya Pradesh: वन मंत्री को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को पद से हटाने के अभियान में शामिल हो जाना चाहिए - दिग्विजय सिंह
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को मध्य प्रदेश के वन मंत्री एवं आदिवासी नेता विजय शाह को सलाह दी कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के चलते सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा यहां मालगोदाम स्थित आदिवासी शहीद स्थल पर नहीं जाने के विरोध में उन्हें अपनी पार्टी भाजपा से इस्तीफा दे देना चाहिए और शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री पद से हटाने के अभियान में शामिल हो जाना चाहिए.
जबलपुर (मप्र), 18 सितंबर : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने शनिवार को मध्य प्रदेश के वन मंत्री एवं आदिवासी नेता विजय शाह को सलाह दी कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के चलते सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा यहां मालगोदाम स्थित आदिवासी शहीद स्थल पर नहीं जाने के विरोध में उन्हें अपनी पार्टी भाजपा से इस्तीफा दे देना चाहिए और शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री पद से हटाने के अभियान में शामिल हो जाना चाहिए. मालूम हो कि शाह ने आजादी के अमृत महोत्सव पर देश और धर्म की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वाले जनजातीय नायक अमर शहीद राजा शंकर शाह और उनके पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह के 164वें बलिदान दिवस पर आज मालगोदाम चौक पहुँचकर यहाँ स्थापित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. ये दोनों जनजातीय नायक गोंडवाना साम्राज्य के राज परिवार के थे.
इन दोनों को अंग्रेजों ने 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में तोप के मुंह से बांधकर मृत्यु दे दी थी और आज उनका बलिदान दिवस था. सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर वह (विजय शाह) असम्मानित महसूस करते हैं तो उनके पास दो विकल्प हैं. पहला उन्हें भाजपा से इस्तीफा दे देना चाहिए और दूसरा मौजूदा मुख्यमंत्री (शिवराज सिंह चौहान) को हटाने के अभियान में शामिल हो जाना चाहिए.’’ अमित शाह के दौरे के चलते सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा विजय शाह को जबलपुर के मालगोदाम स्थित आदिवासी शहीद स्थल पर प्रवेश से इनकार किए जाने के बारे में पूछे गए सवाल का वह जवाब दे रहे थे. यह भी पढ़ें : मध्य प्रदेश सरकार 1 नवंबर से 89 आदिवासी ब्लॉकों में घर- घर राशन की डिलीवरी शुरू करेगी: शिवराज सिंह चौहान
इस बीच, एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें पुलिस विजय शाह को बलिदान स्थल पर जाने से रोकते हुए नजर आ रही है. इस वीडियो में दिख रहा है कि विजय शाह ने बाद में बाहर से ही इन दोनों अमर शहीदों को नमन किया. इसके अलावा, उन्होंने सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों को भी नमन किया और वहां से नाराज होकर चले गये.