गोरखपुर (उत्तर प्रदेश), नौ सितंबर राप्ती नदी के कटाव के कारण बढ़लगंज प्रखंड के जगदीशपुर गांव में बाढ़ से तबाही का आलम बना हुआ है और करीब दर्जन भर मकान बह गए हैं।
गौरतलब है कि 1998 की बाढ़ के बाद से इस क्षेत्र में लगातार कटाव देखा जा रहा है और अधिकांश आबादी समय बीतने के साथ पहले ही सुरक्षित क्षेत्रों में चली गई थी। 2011 की जनगणना के अनुसार राप्ती नदी के तट पर स्थित जगदीशपुर गांव में 119 मकान हैं और गांव की आबादी 653 है।
नदी के कटाव से विस्थापित हुए लोगों के पुनर्वास के लिए प्रशासन पहले से ही काम कर रहा है और जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने उप जिलाधिकारी को इस काम को जल्दी पूरा करने का निर्देश दिया है।
एसडीएम गोला राजेंद्र बहादुर ने बताया कि जगदीशपुर गांव में अधिकांश मकान राप्ती की कटाव की चपेट में आ गए हैं और बुधवार को 12 मकान बाढ़ में बह गए।
क्षेत्र के बसपा विधायक विनय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि गांव की वर्तमान स्थिति प्रशासन की लगातार लापरवाही का परिणाम है। राप्ती नदी के किनारे बसे जगदीशपुर गांव में कोई मकान नहीं बचा है, एक तटबंध की तत्काल आवश्यकता है क्योंकि क्षेत्र के कई गांव खतरे में हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)