जरुरी जानकारी | दिल्ली-एनसीआर में 2023 में बिके 87,818 करोड़ रुपये के फ्लैट

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वर्ष 2023 में 87,818 करोड़ रुपये मूल्य के फ्लैट की बिक्री हुई जिसमें अकेले गुरुग्राम की हिस्सेदारी 63 प्रतिशत रही। संपत्ति सलाहकार जेएलएल इंडिया ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।

नयी दिल्ली, 15 फरवरी दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में वर्ष 2023 में 87,818 करोड़ रुपये मूल्य के फ्लैट की बिक्री हुई जिसमें अकेले गुरुग्राम की हिस्सेदारी 63 प्रतिशत रही। संपत्ति सलाहकार जेएलएल इंडिया ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी।

रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में पिछले साल बिके फ्लैट की औसत कीमत वर्ष 2022 के 1.86 करोड़ रुपये से बढ़कर 2.29 करोड़ रुपये हो गई। हालांकि, फ्लैट का औसत आकार और बिकने वाले घरों की संख्या (38,407 इकाइयां) कमोबेश स्थिर रही।

रिपोर्ट कहती है कि वर्ष 2023 में बिकने वाले फ्लैट का कुल मूल्य 87,818 करोड़ रुपये था, जो 2022 की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक है।

खास बात यह है कि कुल बिक्री मूल्य में से अकेले गुरुग्राम की हिस्सेदारी 55,930 करोड़ रुपये के साथ करीब 63 प्रतिशत रही।

वहीं, नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 24,944 करोड़ रुपये, गाजियाबाद में 4,404 करोड़ रुपये, दिल्ली में 2,610 करोड़ रुपये और फरीदाबाद में 470 करोड़ रुपये मूल्य के घरों की बिक्री पिछले साल हुई।

जेएलएल इंडिया ने दिल्ली-एनसीआर के आवास बाजार में इस वृद्धि का श्रेय मजबूत आर्थिक बुनियाद, स्वस्थ आय वृद्धि के साथ बेहतर नौकरी की संभावनाओं और गुणवत्तापूर्ण प्रीमियम घरों की आपूर्ति को दिया है।

सलाहकार फर्म ने कहा, ‘‘वर्ष 2024 में इस आवासीय बाजार में 95,000 से लेकर एक लाख करोड़ रुपये मूल्य की करीब 40,000 इकाइयों की बिक्री होने की उम्मीद है। नई योजनाबद्ध आपूर्ति और द्वारका एक्सप्रेसवे एवं नोएडा हवाई अड्डे जैसे बुनियादी ढांचे के विकास से इसे समर्थन मिलेगा।’’

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रति वर्ग फुट औसत कीमत में 13 प्रतिशत की वृद्धि होने और महंगी परियोजनाओं की पेशकश में उल्लेखनीय वृद्धि होने से पिछले साल दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बिकने वाले घरों का मूल्य बढ़ गया।

जेएलएल के मुख्य अर्थशास्त्री और शोध प्रमुख (भारत) सामंतक दास ने कहा, ‘‘पिछले साल पेश की गई परियोजनाओं में 40,805 करोड़ रुपये मूल्य के घर बिके जिनकी कीमत तीन करोड़ रुपये या उससे अधिक थी।’’

सलाहकार फर्म के वरिष्ठ निदेशक (आवास) रितेश मेहता ने कहा, ‘‘दिल्ली-एनसीआर में कई नई परियोजनाएं पेश की गईं लेकिन खाली घरों की संख्या 2023 के अंत में घटकर 66,777 इकाई रह गईं। यह 2009 के बाद से सबसे कम स्तर है।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\