जयपुर, 27 अगस्त पहली कक्षा से ही चरित्र निर्माण और संस्कारी नागरिक बनाने पर जोर देते हुए राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने मंगलवार को कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राज्य में जमीनी स्तर पर प्रयास होने चाहिए।
वह राजभवन में शिक्षा विभाग की विशेष समीक्षा बैठक में संबोधित कर रहे थे।
आधिकारिक बयान के अनुसार उन्होंने पिछड़े क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां पर राजकीय ही नहीं, बल्कि निजी क्षेत्र में भी स्तरीय विद्यालय खोले जाने को प्रोत्साहन देने की नीति पर कार्य करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा,‘‘हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता राज्य के गांव-गरीब के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना होना चाहिए।’’
उन्होंने घुमंतू परिवारों के बच्चों की शिक्षा के लिए भी प्रयास किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाओं के राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस सिलसिले में निजी क्षेत्र को सहयोग के लिए प्रेरित किए जाने पर भी जोर दिया।
राज्यपाल ने विद्यालयों में चरित्र निर्माण, संस्कार, देशभक्ति की शिक्षा और नैतिक मूल्य के पाठ भी विशेष रूप से सम्मिलित किए जाने की आवश्यकता जताई।
बैठक में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि शिक्षा में संस्कार को प्राथमिकता देते हुए प्रयास किया जा रहा है कि प्रदेश गुणवत्ता शिक्षा में निरंतर विकास करे। उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में राज्य में किए जाने वाले विशेष प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी।
बागडे ने प्रारंभिक, माध्यमिक शिक्षा, सर्व शिक्षा अभियान, साक्षरता और सतत शिक्षा, राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल आदि के अंतर्गत राज्य में शिक्षा प्रसार के लिए हो रहे काम के बारे में जानकारी लेते हुए राजस्थान को शिक्षा क्षेत्र में देशभर में अग्रणी बनाने का आह्वान किया।
बैठक में राज्यपाल के सचिव डॉ. पृथ्वी ने शिक्षा विभाग से जुड़ी योजनाओं और कार्यों के बारे में बताया।
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