वह राज्य में अपनी पार्टी के पहले अश्वेत सांसद हैं और इस जीत के साथ सीनेट में डेमोक्रेटिक पार्टी बहुमत के आंकड़े के पास पहुंच गयी है।
पादरी रहे राफेल वारनोक 15 साल अटलांटा के गिरजाघर में भी गुजार चुके हैं। वारनोक ने रिपब्लिकन पार्टी की निर्वतमान सांसद केली लोफलर को हराया।
इस हार से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है क्योंकि उन्होंने लोफलर और डेविड पेरड्यू के लिए जॉर्जिया में प्रचार किया था।
अब सीनेट की एक और सीट के लिए रिपब्लिकन पार्टी के डेविड पेरड्यू और डेमोक्रेटिक पार्टी के जॉन ओसोफ के मुकाबले पर सबकी निगाहें टिकी हुई है।
कुछ डाकमतपत्रों की भी गिनती होनी है लेकिन अधिकतर काउंटी में डेमोक्रेटिक पार्टी का दबदबा है। जॉर्जिया के कानून के मुताबिक 0.5 प्रतिशत वोटों से कम अंतर से हार पर मतगणना में पिछड़ने वाला उम्मीदवार फिर से वोटों की गिनती का अनुरोध कर सकता है।
ओसोफ के जीतने पर संसद के दोनों सदनों में डेमोक्रेटिक पार्टी बहुमत के आंकड़े तक पहुंच जाएगी। इससे 20 जनवरी को शपथ लेने वाले नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन को आगामी कार्यकाल में फैसले लेने में और सहूलियत होगी।
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