Delhi: तेंदुए का पता लगाने को ड्रोन कैमरों की मदद ले रहा है वन विभाग

वन अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने कैमरा ट्रैप लगाए हैं और इन इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है. स्थानीय लोगों से कहा गया है कि वे अंधेरे में अकेले बाहर न निकलें. उन्होंने कहा कि एक बार तेंदुआ दिखने और फंसने के बाद, इसे असोला भट्टी वन्यजीव अभयारण्य में छोड़ दिया जाएगा.

तेंदुआ प्रतामिक (फोटो PTI _)

नई दिल्ली: वन विभाग (Forest Department) के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि उस तेंदुए (Leopard) का पता लगाने के लिए ड्रोन कैमरों (Drone Camera) का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसे हाल ही में दक्षिणी दिल्ली (South Delhi) में सुल्तानपुर डिपो के पास देखा गया था. उप वन संरक्षक (दक्षिण प्रभाग) अमित आनंद (Amit Anand) ने कहा कि वन कर्मचारियों ने शनिवार को ड्रोन से निगरानी की लेकिन जानवर को नहीं दिखा. Minor Girl Killed by Leopard: जम्मू-कश्मीर के बडगाम में 4 साल की बच्ची पर तेंदुए का हमला, मासूम की हुई मौत

विभाग को तेंदुए के देखे जाने की दो सूचना मिली है. स्थानीय लोगों ने बुधवार को दिल्ली-गुरुग्रम सीमा के पास तेंदुए को देखे जाने की सूचना वन कर्मचारियों को दी. बाद में शुक्रवार सुबह कुछ लोगों ने इसे सुल्तानपुर डिपो के पास देखा.

वन अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने कैमरा ट्रैप लगाए हैं और इन इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है. स्थानीय लोगों से कहा गया है कि वे अंधेरे में अकेले बाहर न निकलें. उन्होंने कहा कि एक बार तेंदुआ दिखने और फंसने के बाद, इसे असोला भट्टी वन्यजीव अभयारण्य में छोड़ दिया जाएगा.

अधिकारियों ने कहा कि वन्यजीव संरक्षण समूह, वन्यजीव एसओएस की एक टीम अभियान में विभाग की सहायता कर रही है. अधिकारियों ने पहले कहा था कि वे जुलाई में राष्ट्रीय राजधानी स्थित असोला भट्टी वन्यजीव अभयारण्य में पहली बार वन्यजीव गणना करेंगे और इसके ‘‘केंद्र में तेंदुए’’ होंगे. जनगणना को पूरा होने में कम से कम तीन महीने लगेंगे और निष्कर्ष दिसंबर तक प्रकाशित किए जाएंगे.

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