नयी दिल्ली, 10 अक्टूबर : दिल्ली वन विभाग ने दक्षिण दिल्ली के कस्तूरबा नगर में एक सरकारी आवासीय कॉलोनी के पुनर्विकास के लिए 32 पेड़ों को गिराने और अन्य 632 पेड़ों को स्थानांतरित करने की मंजूरी दे दी है. जिन 32 पेड़ों को गिराया जाएगा उनमें से 13 सूखे पेड़ हैं.
वन विभाग ने, विकास कार्य करने वाली एजेंसी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) को सात साल की अवधि में क्षतिपूर्ति के तौर पर पौधारोपण करने और उनकी देखरेख करने के लिए 3.71 करोड़ रुपये जमा करने को कहा है. क्षतिपूर्ति पौधारोपण के तहत रोहिणी में उत्सव मार्ग पर नीम, अमलतास, पीपल, पिल्खान, गूलर, बरगद, देसी कीकर और अर्जुन के कुल 6,510 पौधे रोपे जाएंगे. यह भी पढ़ें : दिल्ली में पत्नी और सास की हत्या के आरोपी को हिरासत में लिया गया
पिछले वर्ष दिसंबर में अधिसूचित एक नीति के मुताबिक विकास कार्य से संबंधित एजेंसियों को प्रभावित पेड़ों में से कम से कम 80 फीसदी को स्थानांतरित करना होता है. गिराए गए प्रत्येक पेड़ के एवज में दस पौधों का रोपण करना अनिवार्य होता है.