देश की खबरें | घटती जनसंख्या वृद्धि चिंता का विषय : आरएसएस प्रमुख की टिप्पणी से उपजे विवाद पर चिराग ने कहा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत के एक बयान को लेकर उनका बचाव करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रूख से सोमवार को सहमति जतायी।

पटना, दो दिसंबर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत के एक बयान को लेकर उनका बचाव करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रूख से सोमवार को सहमति जतायी।

भागवत ने कथित रूप कहा था कि प्रत्येक महिला को ‘कम से कम तीन बच्चों’ को जन्म देना चाहिए। उनके इस बयान से विवाद पैदा हो गया है।

चिराग यहां लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। पत्रकारों ने भागवत की टिप्पणी तथा भाजपा की इस दलील के बारे में पूछा था कि भागवत ने सिर्फ जनसंख्या में गिरावट को लेकर चिंता जाहिर की थी।

चिराग ने कहा, ‘‘यह तथ्य है कि बहुत कम प्रजनन दर किसी प्रजाति के विलुप्त होने का कारण बन सकती है। उन्होंने (भागवत ने) इस पर चिंता व्यक्त की है। देश के कई हिस्सों में प्रजनन दर 2.1 से नीचे गिर गई है, जिस पर बहस होनी चाहिए, ठीक उसी तरह जैसे अतीत में हुआ था, जब जनसंख्या वृद्धि की विस्फोटक दर के कारण परिवार नियोजन के उपाय करने पड़े थे।’’

चिराग से उस विवाद के बारे में भी पूछा गया, जो राजस्थान की एक अदालत द्वारा उस याचिका को स्वीकार करने के बाद पैदा हुआ है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि अजमेर में प्रसिद्ध सूफी दरगाह एक शिव मंदिर की जगह पर बनाई गई थी।

जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘अगर झूठे दावे किए जा रहे हैं, तो किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अदालत इसका ध्यान रखेगी। लेकिन, अगर कोई कड़वा सच है, तो इसे भी जरूर सामने लाया जाना चाहिए।’’

जब चिराग से कहा गया कि आगरा के विश्व प्रसिद्ध ताज महल के बारे में भी इस तरह के दावे किए जा रहे हैं, तो जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसे सभी दावों पर टिप्पणी नहीं कर सकता, क्योंकि मैं कोई जांच एजेंसी नहीं हूं। लेकिन हम निश्चिंत हो सकते हैं कि ऐसे सभी दावे, एक बार उचित प्राधिकारी के समक्ष किए जाने पर, गहन जांच के बाद ही स्वीकार या अस्वीकार किए जाएंगे।’’

हाजीपुर से सांसद चिराग विधान परिषद उपचुनाव के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार अभिषेक झा के साथ संवाददाताओं से मुखातिब थे।

तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए उपचुनाव जदयू के वरिष्ठ नेता देवेश चंद्र ठाकुर के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद कराया जा रहा है। इस उपचुनाव में बहुकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है । एक प्रमुख दावेदार चिराग के पूर्व सहयोगी राजेश कुमार रौशन हैं, जिन्होंने निर्दलीय के रूप में मैदान में कदम रखा है।

अक्सर 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू की हार के लिए दोषी ठहराया जाते रहे चिराग ने कहा, ‘‘मैंने अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान से हमेशा भरोसेमंद सहयोगी बने रहने का गुण सीखा है।’’

उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान ''संविधान के खतरे में होने की झूठी कहानी'' गढ़ने के लिए विपक्षी कांग्रेस-राजद गठबंधन की आलोचना की।

चिराग ने राज्य में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के अच्छे प्रदर्शन का हवाला देते हुए दावा किया, ‘‘लेकिन बिहार ने उनके दुष्प्रचार को खारिज कर दिया।’’

लोकसभा चुनाव में भाजपा नीत राजग ने बिहार की 40 सीट में से 30 पर जीत हासिल की।

हालांकि, चिराग ने स्वीकार किया कि हाल में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारी जीत हासिल करने वाले राजग ने झारखंड में उम्मीद से कम प्रदर्शन किया, लेकिन उन्होंने पड़ोसी राज्य में अपनी पार्टी के पहली बार एक सीट जीतने पर खुशी जताई।

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