चक्रवात ‘अम्फान’: ओडिशा के 12 तटीय जिलों को सतर्क किया गया
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश पर गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कटक, खुर्दा और नयागढ़ के जिलाधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
भुवनेश्वर, 17 मई ओडिशा सरकार ने चक्रवात ‘अम्फान’ के मद्देनजर किसी भी खतरे से निपटने के लिए अपने 12 तटीय जिलों के प्रशासन को पूरी तरह से तैयार रहने को कहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश पर गंजम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कटक, खुर्दा और नयागढ़ के जिलाधिकारियों को सतर्क रहने को कहा गया है।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने कहा, ‘‘इसके अलावा, हम चार तटीय जिलों जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर पर करीबी नजर रख रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चक्रवाती तूफान की गति पर करीबी नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का फैसला स्थिति की समीक्षा के बाद लिया जायेगा।
जेना ने कहा कि लगभग 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के प्रबंध किये गये है।
उन्होंने कहा कि 12 तटीय जिलों में 809 चक्रवात आश्रय स्थल हैं और इनमें से 242 का इस्तेमाल कोरोना वायरस के बीच विभिन्न राज्यों से लौटने वाले लोगों के लिए अस्थायी चिकित्सा शिविरों के रूप में किया जा रहा है।
जेना ने कहा, ‘‘हमारे पास 567 चक्रवात और बाढ़ आश्रय स्थल उपलब्ध हैं और जरूरत पड़ने पर लोगों को इनमें रखा जा सकता है। इसके अतिरिक्त, हमने 7,092 इमारतों की व्यवस्था की है ताकि जरूरत पड़ने पर इनमें भी लोगों को रखा जा सके।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ओडिशा आपदा त्वरित प्रतिक्रिया बल (ओडीआरएएफ), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और दमकलकर्मियों को पहले से ही इन जिलों में भेजा जा चुका है। हम भारतीय तटरक्षक बल, भारतीय मौसम विभाग और एनडीआरएफ के संपर्क में भी हैं।’’
एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने कहा कि 10 टीमों को ओडिशा के सात जिलों में भेजा गया है और 10 अन्य को तैयार रखा गया है।
राज्य में चक्रवात का प्रभाव कम होने के तुरंत बाद बिजली, पानी की आपूर्ति, सड़कें साफ करने, बचाव और राहत अभियान शुरू करने की व्यवस्था की गई है।
अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में प्रवासियों के ओडिशा लौटने के बारे में जेना ने कहा कि सीमा जांच चौकियों पर जवानों को चक्रवात की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उचित कदम उठाने को कहा गया है।
चक्रवात ‘अम्फान’ दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर और आसपास मंडरा रहा है । चक्रवात के चलते ओडिशा के कई जिलों और पश्चिम बंगाल के हिस्सों में भीषण बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं।
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