देश की खबरें | कोरोना वायरस: देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,07,189 हुई

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारत में कोविड-19 के 17,070 से अधिक नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,34,69,234 हो गयी है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,07,189 हो गई।

नयी दिल्ली, एक जुलाई भारत में कोविड-19 के 17,070 से अधिक नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,34,69,234 हो गयी है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,07,189 हो गई।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार सुबह आठ बजे तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, 23 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 5,25,139 पर पहुंच गयी है।

आंकड़ों के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,07,189 पर पहुंच गयी है जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.25 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 के मरीजों के स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.55 प्रतिशत है।

मंत्रालय के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 3.40 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 3.59 प्रतिशत दर्ज की गयी। इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,28,36,906 हो गयी है जबकि मृत्यु दर 1.21 फीसदी है। देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 197.74 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।

गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर 2020 को एक करोड़ से अधिक हो गए थे।

देश में पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 25 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गए थे।

आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में देश में जिन 23 मरीजों ने जान गंवाई है उनमें से 15 केरल के थे। महाराष्ट्र में तीन तथा छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में एक-एक मरीज की मौत हुई।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\