इजराइल में कोरोना वायरस के मामले बढ़े, मास्क लगाना फिर हुआ अनिवार्य
इजराइल ने दुनिया में सबसे सफल टीकाकरण अभियानों में से एक को शुरू किया था, जिसमें लगभग 85 प्रतिशत वयस्क आबादी को टीका लगाया गया था. हाल के महीनों में, लगभग सभी प्रतिबंध हटा दिए गए थे क्योंकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घट गई थी.
इजराइल ने दुनिया में सबसे सफल टीकाकरण अभियानों में से एक को शुरू किया था, जिसमें लगभग 85 प्रतिशत वयस्क आबादी को टीका लगाया गया था. हाल के महीनों में, लगभग सभी प्रतिबंध हटा दिए गए थे क्योंकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घट गई थी. इजराइली मीडिया की खबर के अनुसार कई हफ्तों बाद हाल के दिनों में मामलों में फिर से वृद्धि देखी गई है. इजराइली मीडिया ने कोरोना वायरस प्रतिक्रिया अभियान का नेतृत्व कर रहे डॉ. नचमन ऐश के हवाले से कहा कि बृहस्पतिवार को इस महामारी के 227 नए मामलों की पुष्टि हुई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार दोपहर से सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना होगा. मामलों में वृद्धि का कारण अत्यधिक संक्रामक डेल्टा संस्करण को माना जा रहा है, जो बच्चों सहित बिना टीकाकरण वाले व्यक्तियों में तेजी से फैलता है.
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इजराइल के जिन नागरिकों का टीकाकरण हो चुका हैं, वे भी कथित तौर पर संक्रमित हो गए हैं, लेकिन उनमें केवल मामूली लक्षण दिखाई देते हैं.
गौरतलब है कि महामारी की शुरुआत होने के बाद से इजराइल में इस वायरस से 6,429 लोगों की मौत हुई है.
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