विशेषज्ञों की समिति ने सिर्फ बुजुर्गों, उच्च स्वास्थ्य जोखिम वालों को बूस्टर डोज देने की सिफारिश की
समिति का यह फैसला बाइडन प्रशासन के उन प्रयासों के लिए झटका है जिनकी घोषणा एक महीने पहले की गयी थी. फैसला खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) को सलाह देने वाले बाहरी विशेषज्ञों की प्रभावशाली समिति ने किया.
समिति का यह फैसला बाइडन प्रशासन के उन प्रयासों के लिए झटका है जिनकी घोषणा एक महीने पहले की गयी थी. फैसला खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) को सलाह देने वाले बाहरी विशेषज्ञों की प्रभावशाली समिति ने किया. समिति ने लगभग सभी के लिए बूस्टर खुराक की योजना को 2 के मुकाबले 16 वोट से खारिज कर दिया. सदस्यों ने अतिरिक्त खुराकों को लेकर सुरक्षा प्रदान करने संबंधी आंकड़ों की कमी का हवाला दिया और विशेष समूहों के मुकाबले सभी को बूस्टर खुराक देने के महत्व पर संशय जताया.
इसके बाद समिति ने शून्य के मुकाबले 18 मतों से अमेरिका की चुनिंदा आबादी के लिए अतिरिक्त खुराक का समर्थन किया, उन लोगों के लिए जिन्हें वायरस से अधिक खतरा है. शुक्रवार को हुआ मतदान इस प्रक्रिया में पहला कदम है. एफडीए अगले कुछ दिन में बूस्टर डोज के बारे में कोई फैसला ले सकता है हालांकि आमतौर पर यह समिति की सिफारिशों को अपनाता है. यह भी पढ़ें : Jammu-Kashmir: जम्मू में 28 एकड़ से अधिक सरकारी जमीन अतिक्रमण मुक्त
टफ्ट्स विश्वविद्यालय के डॉ. कोडी मीसनर ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि बूस्टर डोज का महामारी पर काबू पाने में उल्लेखनीय योगदान हो सकता है. मेरे खयाल से जो मुख्य संदेश हमें देना चाहिए वह यह है कि हर व्यक्ति को टीके की दो खुराक लगें.’’ सीडीसी से संबंधित डॉ अमांडा कोहन ने कहा, ‘‘इस वक्त यह स्पष्ट है कि जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है वे अमेरिका में संक्रमण का कारक बन रहे हैं.’’