Chhath festival: झारखंड में सूर्य देव को ‘अर्घ्य’ देने के लिए रोशनी से नहाए घाट
छठ पूजा(Photo Credits: Wikimedia Commons)

रांची/हजारीबाग, 30 अक्टूबर : झारखंड में छठ पूजा उत्सव के मद्देनजर सभी घाटों को साफ कर दिया गया है और रोशनी से जगमग कर दिया गया है. रविवार शाम को सूर्य देव को ‘अर्घ्य’ देने के मद्देनजर इन घाटों तक जाने वाले रास्तों पर बैरिकेड लगा दिए गए हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण तरीके से छठ पूजा मनाने के लिए विभिन्न जिलों में प्रशासन ने संवदेनशील घाटों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दलों को तैनात किया है. रांची, धनबाद और जमशेदपुर समेत प्रमुख शहरों पर ड्रोन तथा सीसीटीवी कैमरों के जरिए नजर रखी जा रही है. रांची की महापौर आशा लकड़ा ने बताया कि शहर में रांची नगर निगम (आएमसी) के तहत आने वाले सभी 67 जलाशयों को साफ कर दिया गया है.

उन्होंने कहा, ‘‘घाटों पर बैरिकेड लगाए गए हैं और खतरे वाले क्षेत्र चिह्नित किए गए जहां इस साल जल स्तर अधिक है. शहर के प्रमुख घाटों पर एनडीआरएफ दल तैनात किए जाएंगे.’’ एक अधिकारी ने बताया कि संकट की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कांके बांध, बड़ा तालाब, बटन तालाब और धुवा बांध पर एनडीआरएफ के दलों को तैनात किया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शहर में जलाशयों को छह जोन में बांटा गया है और प्रत्येक जोन में जोनल मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि शहर में छठ पर्व के दौरान सुरक्षा प्रबंधन के लिए करीब 1,600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जा रहा है. गश्ती के लिए मोटरसाइकिल दस्ते को भी तैनात किया जाएगा जबकि विभिन्न पूजा समितियों के स्वयंसेवकों को भी जिम्मेदारी दी गयी है. यह भी पढ़ें : बाल शोषण के खिलाफ सफल अभियान के लिए जागरूकता जरुरी: विशेषज्ञ

चार दिवसीय छठ पर्व शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ और यह सूर्य देव को ‘अर्घ्य’ देने के साथ सोमवार सुबह संपन्न होगा. इस बीच एक आधिकारिक बयान के अनुसार शहर में रविवार को सुबह आठ बजे से रात 11 बजे तक तथा रविवार देर रात दो बजे से सोमवार रात 10 बजे तक भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध होगा. हजारीबाग में जिला प्रशासन ने छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी जरूरी इंतजाम करने का दावा किया है. हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोठे ने कहा कि पुलिस ने शहर में सभी 24 जलाशयों का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा, ‘‘हजारीबाग झील और छठ तालाब के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं क्योंकि इन दोनों घाटों पर भारी संख्या में भीड़ उमड़ने की उम्मीद है.’’