चंडीगढ़, छह फरवरी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को केंद्र सरकार से किसानों की मांग स्वीकार करने और कृषि कानूनों को बिना और देरी किए निरस्त करने को कहा।
बादल ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से पूछा कि वह एक भी ऐसे दल का नाम बताएं जोकि किसानों का प्रतिनिधि है और उसने तीन कृषि कानूनों का स्वागत किया हो? उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री को संसद में यह धारणा बनाकर लोगों को गुमराह करना बंद करना चाहिए कि ये कानून सभी को स्वीकार्य हैं।
तोमर ने शुक्रवार को कहा था कि सरकार ने कृषि कानूनों में संशोधन करने की किसानों की मांग यदि मान ली है तो इसका यह मतलब नहीं है कि इन तीनों कानूनों में कोई खामी है।
बादल ने अमृतसर में कहा, ‘‘ केंद्र सरकार को इसे प्रतिष्ठा का सवाल नहीं बनाना चाहिए। इसके बजाय, उसे किसानों की आवाज को सुनना चाहिए और तीनों कानूनों को बिना देरी किए रद्द करना चाहिए।’’
बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर भी निशाना साधा और उन पर भाजपा के साथ ‘‘छद्म रूप में’’ काम करने का आरोप लगाया।
साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने 26 जनवरी से लापता पंजाबी युवाओं का पता लगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
शिअद अध्यक्ष ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री का यह कर्तव्य था कि वह इस मुद्दे को मजबूती से भाजपा नीत केंद्र सरकार के सामने उठाते।
उन्होंने आरोप लगाया कि अमरिंदर सिंह ऐसा करने में नाकाम रहे हैं।
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