देश की खबरें | नकदी मामला: डीसीपी के नेतृत्व में पुलिस टीम दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के आवास पहुंची

नयी दिल्ली, 26 मार्च दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के आवास में लगी आग के बाद कथित भारी मात्रा में नकदी बरामदगी के मामले की जांच के सिलसिले में पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) के नेतृत्व में एक टीम बुधवार को उनके आवास पहुंची। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।

सूत्रों ने बताया कि डीसीपी (नयी दिल्ली) देवेश महला, एक एसीपी और अन्य अधिकारियों सहित छह सदस्यों की पुलिस टीम अपराह्न करीब 1.50 बजे न्यायमूर्ति वर्मा के 30, तुगलक रोड स्थित आवास पर पहुंची और करीब दो घंटे बाद वहां से वापस गई।

उन्होंने बताया कि पुलिस टीम का दौरा भारत के प्रधान न्यायाधीश द्वारा गठित तीन न्यायाधीशों की समिति द्वारा कराई जा रही आंतरिक जांच का हिस्सा था। समिति गठन का उद्देश्य 14 मार्च को आग लगने की घटना के बाद वर्मा के लुटियंस स्थित घर में ‘‘भारतीय मुद्रा के नोटों से भरी चार से पांच अधजली बोरियां’’ मिलने की ‘‘गहन जांच’’ करना था।

सूत्रों ने बताया कि आंतरिक जांच समिति मंगलवार को वर्मा के आवास पर गई थी और समझा जाता है कि उसने आग लगने के स्थान का निरीक्षण किया।

उन्होंने बताया कि बुधवार को पुलिस ने घटना की क्रमवार जानकारी हासिल करने के लिए आग की रात वहां मौजूद कर्मचारियों, सुरक्षाकर्मियों और अन्य लोगों से पूछताछ की।

सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों के साथ एक वीडियोग्राफर भी था और उन्होंने उस ‘स्टोर रूम’ का निरीक्षण किया जहां कथित नकदी बरामद हुई थी।

उन्होंने बताया कि टीम ने न्यायाधीश के आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की भी जांच की। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में पुलिस दल आपातकालीन कॉल पर प्रतिक्रिया देने वाले पुलिस और अग्निशमन कर्मियों से पूछताछ कर सकता है।

न्यायमूर्ति वर्मा ने कहा था कि घटना के समय वे मध्य प्रदेश में थे। उन्होंने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उनके या उनके परिवार के किसी सदस्य ने ‘स्टोर रूम’ में कभी कोई नकदी नहीं रखी।

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