जरुरी जानकारी | चालू वित्त वर्ष में कैड तीन प्रतिशत से नीचे रहेगा : रिजर्व बैंक
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. रिजर्व बैंक का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में चालू खाते का घाटा (कैड) सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के तीन प्रतिशत से कम रहेगा। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा ने शुक्रवार को मौद्रिक समीक्षा के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
मुंबई, 30 सितंबर रिजर्व बैंक का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में चालू खाते का घाटा (कैड) सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के तीन प्रतिशत से कम रहेगा। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा ने शुक्रवार को मौद्रिक समीक्षा के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
पात्रा ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कैड थोड़ा ज्यादा रहेगा, लेकिन दूसरी छमाही में नीचे आएगा। ‘‘कुल मिलाकर हमारा अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में कैड जीडीपी के तीन प्रतिशत से कम रहेगा।’’
वित्त वर्ष 2021-22 में कैड सकल घरेलू उत्पाद का 1.2 प्रतिशत रहा था।
पात्रा ने कहा बढ़ते व्यापार घाटे के अलावा कई अन्य कारक भी हैं। विकसित देशों में प्रतिकूल आर्थिक घटनाक्रमों की वजह से निर्यात प्रभावित हो रहा है। उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि मौजूदा हालात से कैड बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के दाम नीचे आए हैं, जिससे आयात बिल घटेगा। पेट्रोलियम का निर्यात 23 प्रतिशत बढ़ा है। इसकी वजह सरकार द्वारा अप्रत्याशित लाभ कर घटाना है।
पात्रा ने कहा कि सेवाओं का निर्यात भी अच्छा रहा है। इसके अलावा यात्रा खंड से भी प्रोत्साहन मिल रहा है।
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