ताजा खबरें | बसपा, भाजपा की बी टीम थी तो सपा ने उसके साथ मिलकर चुनाव क्यों लड़ा था : मायावती
Get latest articles and stories on Latest News at LatestLY. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बहुजन समाज पार्टी की तारीफ किये जाने और विभिन्न रानीतिक दलों तथा मीडिया में बसपा को भाजपा की बी टीम बताये जाने के बाद पार्टी प्रमुख मायावती ने बृहस्पितवार को कहा कि बसपा अगर भाजपा की बी टीम थी तो फिर सपा और कांग्रेस ने पार्टी के साथ मिलकर चुनाव क्यों लड़ा था ।
बस्ती, 24 फरवरी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बहुजन समाज पार्टी की तारीफ किये जाने और विभिन्न रानीतिक दलों तथा मीडिया में बसपा को भाजपा की बी टीम बताये जाने के बाद पार्टी प्रमुख मायावती ने बृहस्पितवार को कहा कि बसपा अगर भाजपा की बी टीम थी तो फिर सपा और कांग्रेस ने पार्टी के साथ मिलकर चुनाव क्यों लड़ा था ।
बस्ती जिले के पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में बृहस्पतिवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा, ‘‘पश्चिमी उप्र से चुनाव की शुरुआत हुई है, और जब से पश्चिमी उप्र के बारे में बसपा के दलितों व मुसलमानों की स्थिति को लेकर गृह मंत्री जी ने जो कुछ कहा है, उसके बाद से मीडिया और विरोधी पार्टियों ने फिर से राग अलपना शुरू कर दिया है कि बसपा, भाजपा की बी टीम है ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है। यदि बसपा, भाजपा की बी टीम होती तो फिर सपा ने उप्र में एक बार विधानसभा का और दूसरी बार लोकसभा का चुनाव बसपा के साथ मिलकर क्यों लड़ा था ।’’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को एक टीवी चैनल को दिए गये साक्षात्कार में कहा था कि मायावती की जमीन पर अपनी पकड़ तो है मगर यह सीट में कितना बदलेगी, यह उन्हें मालूम नहीं है । शाह ने यह भी कहा था कि जाटव और मुस्लिम वोट बड़ी मात्रा में मायावती के साथ ही जाएगा ।
शाह के इस साक्षात्कार के बाद मीडिया में यह अटकल लगने लगी थी कि जरूरत पड़ने पर बसपा भाजपा के साथ गठबंधन कर सकती है ।
बसपा की प्रासंगिकता बरकरार रहने संबंधी शाह के बयान के बारे में पूछे जाने पर मायावती ने कहा, ‘‘यह उनकी महानता है कि वह सच को स्वीकार कर रहे हैं। मैं उनसे यह भी कहना चाहती हूं कि उत्तर प्रदेश में बसपा को न सिर्फ दलितों और मुसलमानों बल्कि अन्य पिछड़ा वर्ग तथा अगड़ी जातियों के भी वोट मिल रहे हैं।’’
बसपा प्रमुख ने अपने जनसभा को संबोधित करते हुये सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव को भाजपा का मददगार करार दिया ।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘2003 में जब वह सरकार से हट गयी थीं तो भाजपा के सहयोग से मुलायम सिंह यादव राज्य में सत्ता आये थे, उन्होंने कल्याण सिंह को गले लगाया था, यह सब जनता कैसे भूल सकती है ।’’
कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुये उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी ने भी विधानसभा का चुनाव एक बार बसपा के साथ मिलकर क्यों लड़ा था, तथा केंद्र में भी अपनी सरकार के लिए कई बार बसपा का समर्थन क्यों लिया था । इस बारे में मीडिया और कांग्रेस को भी जनता को बताना चाहिये ।’’
उन्होंने कहा कि बसपा को भाजपा की बी टीम बताना घिनौनी राजनीति को दर्शाता है।
उप्र की मुख्यमंत्री रह चुकी मायावती ने आरोप लगाया कि सपा सरकार में गुंडों, माफियाओं, लूट-खसोट,अपराध करने वालों का ही राज रहा है और सपा सरकार में प्रदेश में हमेशा तनाव की स्थिति बनी रही है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि विकास के कार्य भी सपा सरकार में एक विशेष क्षेत्र और एक विशेष वर्ग के लिए ही किया गया है।
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