हैदराबाद, 26 दिसंबर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेता एरोला श्रीनिवास को एक पुलिस अधिकारी के काम में बाधा डालने, धमकी देने और अपशब्द कहने के आरोप में बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि स्थानीय अदालत ने उन्हें तत्काल जमानत दे दी।
उन्हें चार दिसंबर को दर्ज एक मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। इसमें उनकी पार्टी के विधायक पी कौशिक रेड्डी पर एक पुलिस निरीक्षक के वाहन को रोकने का आरोप लगाया गया था।
पुलिस के अनुसार बंजारा हिल्स थाने के पुलिस निरीक्षक की शिकायत के आधार पर बीआरएस विधायक पी कौशिक रेड्डी और अन्य के खिलाफ चार दिसंबर को गैरकानूनी ढंग से एकत्र होने, लोक सेवक के कर्तव्यों में बाधा डालने के लिए बल प्रयोग करने, आपराधिक धमकी, गलत तरीके से रोकने, सार्वजनिक उपद्रव और दंगा करने से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले के एक आरोपी श्रीनिवास को बृहस्पतिवार को उनके घर से गिरफ्तार करके स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई।
पुलिसकर्मियों द्वारा ले जाए जाने के दौरान एससी/एसटी आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा कि वह तेलंगाना में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार से सवाल करना जारी रखेंगे भले ही उन्होंने (कांग्रेस सरकार ने) उनके खिलाफ मामले दर्ज कर लिए हों।
सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में श्रीनिवास ने कहा, "झूठे मामलों से सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता। गैरकानूनी गिरफ्तारियां न्याय की आवाज को दबा नहीं सकतीं। सच्चे न्याय को बल या धमकी से दबाया नहीं जा सकता।"
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव, वरिष्ठ नेता टी हरीश राव और अन्य पार्टी नेताओं ने श्रीनिवास की गिरफ्तारी की निंदा की।
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