देश की खबरें | असम में मणिपुर के नौ लोगों के शव उनके परिजनों को सौंपे गए
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. मणिपुर के नौ लोगों के शव असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसएमसीएच) में उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
सिलचर (असम), 22 नवंबर मणिपुर के नौ लोगों के शव असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसएमसीएच) में उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि इनमें से छह शव उनलोगों के शामिल हैं जिनकी जिरीबाम में अपहरण कर हत्या कर दी गई थी।
उन्होंने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम मणिपुर के जिरीबाम जिले की सीमा से लगे सिलचर जिले के एसएमसीएच में किया गया।
मृतकों के परिजनों ने शुरू में न्याय मिलने तक शव लेने से इनकार कर दिया था। हालांकि, बाद में वे शव लेने के लिए राजी हो गए क्योंकि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) हिंसा की घटनाओं की जांच कर रही है।
परिवार के सदस्य यह भी मांग कर रहे थे कि मारे गए कुकी समुदाय के 10 लोगों को उग्रवादी घोषित किया जाए, क्योंकि वे हथियारों के साथ चुराचांदपुर से जिरीबाम आए थे।
अधिकारियों ने बताया कि असम और मणिपुर के पुलिसकर्मी नौ शवों की सुरक्षा कर रहे हैं जिन्हें करीब 55 किलोमीटर दूर जिरीबाम ले जाया जा रहा है।
रास्ते में कई स्थानों पर काफिले को रोका गया और विभिन्न मेइती समूहों के प्रतिनिधियों ने मृतकों को पुष्पांजलि अर्पित की।
शवों में छह महिलाएं और बच्चे शामिल हैं जिन्हें 11 नवंबर को कुकी-जो उग्रवादियों ने जिरीबाम के बोरोबेकरा क्षेत्र से एक राहत शिविर से कथित तौर पर अगवा कर लिया था।
छह महिलाओं और बच्चों की पहचान युमरेम्बम रानी देवी (60), तेलेम थोइबी देवी (31) और उनकी बेटी तेलेम थजमनबी देवी (8), लैशराम हेथोइबी देवी (25) और उनके दो बच्चों लैशराम चिंगखेनगांबा सिंह (ढाई साल) और लैशराम लमंगनबा सिंह (10 महीने) के रूप में हुई है।
अधिकारी ने बताया कि अन्य दो व्यक्तियों के शव लेसराम बारेन मैत्री (60) और माईबाम केशो (71) हैं, जिनकी 11 नवंबर को अज्ञात व्यक्तियों ने हत्या कर दी थी, जबकि एक अन्य शव खुंद्रकपम अथौबा (21) का है जो कथित तौर पर पुलिस गोलीबारी में मारे गए थे और 17 नवंबर को उनका शव बरामद किया गया था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)