देश की खबरें | उत्तर प्रदेश में भाजपा को बीस फीसदी लोगों के भी वोट नहीं मिलेंगे : अखिलेश यादव

लखनऊ, 14 जनवरी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक बार फिर चार सौ सीटें जीतने का दावा करते हुए समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि "80 बनाम 20" से उनका मतलब है कि भाजपा को उत्तर प्रदेश चुनाव में 20 फीसदी लोगों का समर्थन मिलेगा जबकि बाकी 80 प्रतिशत का समर्थन सपा को मिलेगा। उन्होंने कहा कि हालांकि अब स्वामी प्रसाद मौर्य व अन्य के सपा में शामिल होने के बाद भाजपा को वह भी (20 फीसदी समर्थन) मिलना मुश्किल है।

अखिलेश यादव ने यहां मौर्य व अन्य विधायकों के सपा की सदस्यता ग्रहण करने के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि उसे उत्तर प्रदेश चुनाव में तीन चौथाई सीटों पर जीत मिलेगी, जिसका अर्थ है कि उन्हें केवल तीन या चार सीटें मिलेंगी। उन्होंने कहा कि समाजवादी और अंबेडकरवादी लोग मिलकर काम करेंगे तो 400 सीटें भी जीत जाएंगे, क्योंकि जनता परिवर्तन चाहती है ।

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ दिनों पहले हमने कहा था कि मुख्यमंत्री जी को गणित का अध्यापक रखना होगा, जो वह अस्सी और बीस की बात कर रहे हैं।... समाजवादी पार्टी के साथ अस्सी फीसदी लोग खड़े हो ही गये । हालांकि जिन-जिन लोगों ने आज स्वामी प्रसाद मौर्य की बात सुनी होगी, उससे लगता है कि वह 20 फीसदी (लोग) भी उनके खिलाफ हो गये होंगे ।’’

सपा नेता ने कहा, ‘‘अब भारतीय जनता पार्टी का सफाया होना तय है और जो लोग तीन चौथाई की बात कर रहे थे, वह दरअसल तीन से चार सीटों की बात कर रहे हैं ।’’

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव में 80 फीसदी समर्थक एक तरफ होंगे जबकि 20 फीसदी समर्थक दूसरी तरफ होंगे। कई लोगों का मानना था कि यह राज्य की 20 फीसदी मुस्लिम आबादी के बारे में इशारा था।

अखिलेश ने कहा, ‘‘आज भाजपा के पास कोई ठोस उपलब्धि नहीं हैं । यह वही भाजपा के लोग हैं जिन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया था कि सरकार आएगी तो उनकी आय दोगुनी हो जाएगी । आय दोगुनी नहीं हुई, उलटे डीजल और पेट्रोल महंगा कर दिया ।’’

विधायकों के सपा में शामिल होने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, ''भारतीय जनता पार्टी के लगातार विकेट गिर रहे हैं, हालांकि हमारे बाबा मुख्यमंत्री क्रिकेट खेलना नही जानते, इसलिए उनसे कैच छूट गया।... इस बार तो भाजपा वाले ऐेसे हिट विकेट हुए कि कोई इस रणनीति को समझ नहीं पाया ।’’

मकर संक्रांति के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर में रहने पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा, ''सरकार के लोगों को पहले ही पता लग गया था कि यहां पर स्वामी प्रसाद के साथ, धर्म सैनी के साथ बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। हमारे मुख्यमंत्री पहले ही गोरखपुर चले गये ।’’

अखिलेश ने दावा किया कि हालांकि उनकी किसी ने 11 मार्च (चुनाव परिणाम आने के दूसरे दिन) की टिकट बुक करा रखा था, लेकिन आप लोगों के आ जाने से वह पहले ही गोरखपुर चले गये । उन्होंने कहा कि अब उन्हें वापस भेजना जरूरी है क्योंकि उत्तर प्रदेश को उन्होंने बरबाद कर दिया है ।

उन्होंने कहा ''भारतीय जनता पार्टी ठोको राज चलाते हुए मुकदमों से डरा रही है। जैसे ही स्वामी प्रसाद मौर्य हमारे साथ आए पता नही किस जमाने का वारंट इश्यू कर दिया । अपना दल के लोग जबसे हमारे साथ आए लगातार उनकी जांच हो रही हैं, लगातर उन्हें परेशान किया जा रहा हैं । लेकिन समाजवादी और अंबेडकरवादी साथ आ गये तो अब हमें कोई नहीं रोक सकता । ''

इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि आगामी चुनाव में वह उप्र से भाजपा का सूपड़ा साफ कर देंगे । उन्होंने कहा कि आज भाजपा के खात्मे का शंखनाद हो गया है। भाजपा ने देश और प्रदेश की जनता को गुमराह कर उसकी आंखों में धूल झोंकी है और जनता का शोषण किया है। अब भाजपा का खात्मा करके उत्तर प्रदेश को भाजपा के शोषण से मुक्त कराना है।

मौर्य ने कहा, "यह 'मकर संक्रांति' भाजपा के अंत का प्रतीक होगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता गहरी नींद में थे और हमारे इस्तीफे के बाद उनकी नींद उड़ गई।''

उप्र के मुख्यमंत्री के "80 बनाम 20" के बयान का जिक्र करते हुए, यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा, "अब, यह 85 बनाम 15 होगा। 85 हमारा होगा और 15 में भी बंटवारा होगा ।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को दो बार बदला गया, और लखीमपुर खीरी, हाथरस और गोरखपुर की घटनाओं पर भी यहां कुछ नहीं हुआ।

मौर्य ने कहा कि "स्वामी प्रसाद मौर्य ने भले ही पार्टी नहीं बनाई हो, लेकिन उनका कद उससे कम नहीं है। अखिलेश यादव एक युवा और ऊर्जावान नेता हैं, और मैं आपके साथ खड़ा रहूंगा और भाजपा को ध्वस्त कर दूंगा।

इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कुछ पूर्व मंत्रियों के साथ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। मौर्य के अलावा पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी व भाजपा से इस्तीफा देने वाले अन्य विधायकों ने भी सपा की सदस्यता ली। भाजपा सरकार से इस्तीफा देने वाले एक और मंत्री दारा सिंह चौहान आज सपा के कार्यक्रम में दिखाई नहीं दिए।

शुक्रवार को सपा में शामिल होने वाले पांच भाजपा विधायकों में भगवती सागर (कानपुर में बिल्हौर), रोशनलाल वर्मा (शाहजहांपुर में तिलहर), विनय शाक्य (औरैया में बिधूना), बृजेश प्रजापति (बांदा में तिंदवारी) और मुकेश वर्मा (फिरोजाबाद में शिकोहाबाद) शामिल हैं । सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ से अपना दल (सोनेलाल) विधायक अमर सिंह चौधरी भी सपा में शामिल हो गए।

इस्तीफा देने वाले मंत्री और अधिकांश विधायक मौर्य के खास माने जाते हैं । इनमें से अधिकांश विधायक उत्तर प्रदेश में 2017 के चुनावों से पहले बहुजन समाज पार्टी से भाजपा में शामिल हो गए थे।

जफर रंजन पवनेश

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