देश की खबरें | ठेकेदार की आत्महत्या मामले में बिना सबूत प्रियांक खरगे को निशाना बना रही भाजपा: परमेश्वर

बेंगलुरु, 31 दिसंबर कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने एक ठेकेदार की आत्महत्या के मामले में मंगलवार को अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी प्रियांक खरगे का बचाव करते हुए कहा कि उनके खिलाफ अनावश्यक आरोप लगाए जा रहे हैं।

पिछले सप्ताह बीदर में एक ठेकेदार की आत्महत्या के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रियांक खरगे के इस्तीफे की मांग कर रही है।

गृह मंत्री ने यह भी उम्मीद जताई कि सीआईडी ​​जांच से सच्चाई सामने आएगी।

ठेकेदार ने सात पन्नों का एक नोट छोड़ा था, जिसमें उसने एक व्यक्ति के खिलाफ आरोप लगाए हैं, जो खरगे का सहयोगी बताया जा रहा है।

भाजपा ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से प्रियांक खरगे को तत्काल इस्तीफा दिलाने की मांग की और मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के लिए चार जनवरी की समयसीमा तय की।

पार्टी ने ऐसा न करने पर कलबुर्गी में एक बड़ी रैली आयोजित करने के बाद मंत्री के आवास का घेराव करने की धमकी दी है।

परमेश्वर ने भाजपा की मांग पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा, “ प्रियांक खरगे ने खुद स्पष्ट किया है कि उनकी इसमें कोई भूमिका नहीं है और उनका इससे कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने (प्रियांक ने) कहा कि सुसाइड नोट में उनका नाम नहीं है। इसके बावजूद भाजपा उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही है। कोई आधार तो होना चाहिए। अगर कोई सबूत है कि प्रियांक खरगे सीधे तौर पर इसमें शामिल हैं तो ठीक है लेकिन बिना किसी सबूत के किसी व्यक्ति पर बेवजह आरोप लगाना सही नहीं है।”

उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि भाजपा एक राष्ट्रीय पार्टी है और उन्हें इस स्तर तक नहीं गिरना चाहिए क्योंकि उनकी भी सरकार रही है और वे केंद्र में सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं।

गृह मंत्री ने कहा, “सरकार चलाते समय हम सभी जिम्मेदारी से काम करते हैं। प्रियांक खरगे भी जिम्मेदारी से काम कर रहे हैं। उनके खिलाफ बेवजह आरोप लगाए जा रहे हैं, अगर कोई सबूत है तो हम स्वीकार करेंगे।”

ठेकेदार सचिन मोनप्पा पंचाल (26) ने 26 जनवरी को ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी थी।

उन्होंने एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि खरगे के करीबी सहयोगी राजू कपनूर ने ठेका देने के लिए एक करोड़ रुपये की मांग करते हुए जान से मारने की धमकी दी थी।

सुसाइड नोट में सात अन्य लोगों पर 15 लाख रुपये की रिश्वत लेने के बावजूद उसे (पंचाल) ठेका न देकर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है।

सुसाइड नोट के आधार पर विधायक बसवराज मट्टीमाडु सहित भाजपा के कुछ नेताओं की हत्या की कथित साजिश रचने के लिए शनिवार को कलबुर्गी में कपनूर और कांग्रेस के पांच अन्य नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

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