बेंगलुरु, 15 जुलाई कर्नाटक में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने सोमवार को मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और राज्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र और कर्नाटक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक के नेतृत्व में विधायकों ने विधान भवन के पास महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा के निकट धरना दिया।
हाथों में तख्तियां लेकर उन्होंने कांग्रेस सरकार की निंदा करते हुए नारेबाजी की। इसके अलावा हाथों में बैनर लेकर विरोध मार्च भी निकाला।
बाद में संवाददाताओं से बात करते हुए विजयेंद्र ने सरकार पर दलितों और अनुसूचित जनजातियों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा कर्नाटक विधानसभा के अंदर और बाहर इसके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘187 करोड़ रुपये के महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम घोटाले की जांच से खुलासा हुआ कि इस धनराशि का इस्तेमाल लोकसभा चुनाव में किया गया।’’
उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का परिवार मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) घोटाले में संलिप्त है।
विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि इस घोटाले के तहत दलितों, अनुसूचित जनजातियों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को आवंटित किए जाने वाले करोड़ रुपये के भूखंडों को रसूखदार लोगों ने हड़प लिया।
उन्होंने कहा कि भाजपा एमयूडीए घोटाले की जांच के लिए राज्य सरकार की ओर से उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश पी.एन. देसाई की अध्यक्षता में गठित किए गए जांच आयोग को स्वीकार नहीं करेगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि केवल केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराई जाए। मुख्यमंत्री अच्छे से जानते हैं अगर सीबीआई जांच करेगी तो सच्चाई सामने आ जाएगी।’’
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