पंजाब विधानसभा में BJP विधायक अरुण नारंग को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बोलने से रोका गया

सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी शिअद के सदस्यों ने बुधवार को विधानसभा में भाजपा विधायक अरुण नारंग को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बोलने से रोक दिया और उन्हें पहले केंद्र के कृषि कानूनों पर अपना रुख साफ करने को कहा।

बीजेपी विधायक अरुण नारंग (Photo Credits Facebook)

चंडीगढ़: सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी शिअद के सदस्यों ने बुधवार को विधानसभा में भाजपा (BJP)  विधायक अरुण नारंग (Arun Narang) को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बोलने से रोक दिया और उन्हें पहले केंद्र के कृषि कानूनों पर अपना रुख साफ करने को कहा. नारंग पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में भाग ले रहे थे कि इसी बीच कांग्रेस विधायक दलवीर सिंह गोल्डी ने उन्हें रोक दिया. गोल्डी के साथ कांग्रेस विधायकों नवतेज सिंह चीमा तथा गुरकीरत सिंह कोटली और अकाली दल के विधायकों ने नारंग के खिलाफ विरोध दर्ज कराया.

इन विधायकों ने कहा कि भाजपा विधायकों को सदन में बोलने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि पिछले साल जब पंजाब विधानसभा में केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ संशोधन विधेयक पारित किये गये थे, तो उस समय उन्होंने इनसे दूरी बनाई थी.  यह भी पढ़े: संकट में कमलनाथ सरकार: फ्लोर टेस्ट पर असमंजस के बीच बीजेपी के विधायक पहुंचे भोपाल

जब कांग्रेस और शिअद के विधायक भाजपा विधायक का विरोध कर रहे थे तो उस समय पीठासीन सभापति हरप्रताप सिंह अजनाला ने स्थिति को शांत करने का प्रयास किया लेकिन विधायकों का विरोध जारी रहा. बाद में गोल्डी ने मीडिया से कहा कि भाजपा विधायकों को बोलने की अनुमति क्यों दी जानी चाहिए, जब भगवा पार्टी कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की आवाज को नहीं सुन रही है.

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