देश की खबरें | विधानसभा चुनाव नतीजों से बिहार में भाजपा खुश, कांग्रेस में मायूसी
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी को निर्णायक बढ़त मिलने के बीच बिहार में रविवार को पार्टी कार्यालय में जश्न का माहौल दिखा जबकि कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा ।
पटना, तीन दिसंबर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी को निर्णायक बढ़त मिलने के बीच बिहार में रविवार को पार्टी कार्यालय में जश्न का माहौल दिखा जबकि कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा ।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को जैसे ही मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनावों में जीत की ओर अग्रसर होने की खबर मिली, वे जश्न मनाने के लिए यहां पार्टी कार्यालय पहुंचने लगे और कार्यकर्ताओं ने ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगाए तथा भगवा झंडे लहराए।
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने इस अवसर पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों के उत्थान का संकल्प है, जिस पर जनता ने मोहर लगा दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘तीन राज्यों में साफ झलक रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी का जादू और जलवा बरकरार है। जिन लोगों ने तुष्टिकरण की, राजनीति की सनातन के संतानों को लड़ाने और अपमानित करने का खेल खेला है, उनको तमाचा लगा है।’
बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत पर कहा, ‘‘मोदी 400 से अधिक सीटों के साथ 2024 में सत्ता बरकरार रखेंगे।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के लिए पार्टी के सह प्रभारी नितिन नवीन ने कहा कि उन्हें आदिवासी बहुल राज्य में भाजपा की सत्ता में वापसी का भरोसा है, जो पिछले पांच वर्षों से कांग्रेस शासन के अधीन है।
नवीन ने कहा, ‘‘मैंने छत्तीसगढ़ में करीब तीन महीने बिताए। सड़क पर हरेक यह कह रहे थे कि ‘‘अब न सहिबो बदल कर रहिबो’’ (अब और बर्दाश्त नहीं करेंगे, बदलाव के लिए वोट करेंगे)।’’
कुछ किलोमीटर दूर स्थित कांग्रेस मुख्यालय में माहौल शांत था, हालांकि पार्टी तेलंगाना में आश्चर्यजनक जीत हासिल करने की अग्रसर है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, ‘‘हमें नतीजों का विश्लेषण करने की जरूरत है। यह स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश में सत्ता विरोधी लहर मजबूत थी और लोग राजस्थान तथा छत्तीसगढ़ में हमारी सरकारों से संतुष्ट थे।
अनवर संतोष रंजन
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)