भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, अन्य चुनौतियों से भारत को मुक्त कराने के लिए भाजपा प्रतिबद्ध: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी संस्कृति परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की रही है जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीतिक संस्कृति प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने की है.

(Photo Credit : Twitter/India today)

नयी दिल्ली, 6 अप्रैल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी संस्कृति परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की रही है जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राजनीतिक संस्कृति प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने की है. भाजपा के 44वें स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और कानून-व्यवस्था की चुनौतियों से भारत को मुक्त कराने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार कड़े कदम उठाने को प्रतिबद्ध है. इस अवसर पर मोदी ने भगवान हनुमान और भाजपा के बीच समानताएं बताईं और कहा कि पार्टी नि:स्वार्थ सेवा के आदर्शों में विश्वास करती है. उन्होंने कहा कि आत्म संदेह को खत्म करने के बाद भगवान हनुमान की तरह ही भारत अपनी क्षमता का एहसास कर रहा है. मोदी ने कहा, ‘‘अगर हम भगवान हनुमान का पूरा जीवन देखें तो उनमें ‘कर सकने वाला’ की प्रवृत्ति थी जिसकी वजह से उन्हें बड़ी सफलताएं हासिल हुईं.’’ हनुमान जयंती बृहस्पतिवार को मनाई जा रही है. मोदी ने मुफ्त राशन योजना, स्वास्थ्य बीमा और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि सामाजिक न्याय भाजपा के लिए आस्था का विषय है.

भारत को लोकतंत्र की जननी करार देते हुए मोदी ने कहा कि प्रारंभ से ही भाजपा की आस्था जनता के विवेक पर रही है और दिनों दिन वह आस्था और मजबूत होती जा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने लोकतंत्र की कोख से जन्म लिया, भाजपा लोकतंत्र के अमृत से पोषित है और भाजपा देश के लोकतंत्र व उसके संविधान को मजबूत करते हुए समर्पण भाव से दिन-रात देश के लिए काम कर रही है.’’ भाजपा को विकास, विश्वास और नए विचार का पर्याय बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सामाजिक न्याय उनकी पार्टी की विचारधारा का आधार है. प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते वर्षों में बहुत सारे दलों ने सामाजिक न्याय के नाम पर राजनीति का दिखावा किया और इन दलों के मुखिया अपने परिवार का भला करते रहे. मोदी ने कहा, ‘‘उन्होंने समाज की कतई चिंता नहीं की जबकि भाजपा सामाजिक न्याय को जीती है, उसकी भावना का अक्षरश: पालन करती है. 80 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव मुफ्त राशन मिलना सामाजिक न्याय का ही प्रतिबिंब है. 50 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव 5,00,000 रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलना सामाजिक न्याय की ही सशक्त अभिव्यक्ति है.’’ उन्होंने कहा कि भाजपा सही अर्थों में देश के दबे कुचले समाज के लिए आशा की किरण बनी हुई है. विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि ऐसे दलों की संस्कृति परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की रही है. यह भी पढ़ें : पीएमएलए मामले में सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट आज फैसला सुनाएगा

उन्होंने कहा, ‘‘जबकि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने की है. कांग्रेस जैसी पार्टियों की संस्कृति छोटा-छोटा सोचना, छोटे सपने देखना और उससे भी कम हासिल करके खुशियां मनाना है. खुशी मतलब एक दूसरे की पीठ थपथपाना है. भाजपा की राजनीतिक संस्कृति है बड़े सपने देखना और उससे भी ज्यादा हासिल करने के लिए जी जान से खप जाना.’’ प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों की संस्कृति में महिलाओं की चुनौतियों की परवाह ही नहीं की जाती है जबकि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति महिलाओं के जीवन को आसान बनाना रही है. उन्होंने ‘बादशाही’ मानसिकता वाले लोगों की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि वह 2014 से ही गरीबों, पिछड़ों और वंचितों का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने कभी नहीं सोचा था कि अनुच्छेद 370 एक दिन इतिहास बन जाएगा और वह भाजपा के काम को पचा नहीं पा रहे हैं. मोदी ने कहा, ‘‘आज वे इतने हताश हो गए हैं कि उन्होंने खुलेआम ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ कहना शुरू कर दिया है.’’ प्रधानमंत्री ने प्रौद्योगिकी का उपयोग करने और भाजपा कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया का बेहतर तरीके से उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित करने पर जोर दिया. पार्टी ने अपने स्थापना दिवस से 14 अप्रैल को, बाबा साहेब डॉक्टर बी.आर. आंबेडकर की जयंती तक, विशेष सप्ताह मनाने का फैसला किया है. पार्टी 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले के जन्मशताब्दी- दिवस के अवसर पर अनेक स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी छह अप्रैल 1980 को भाजपा की स्थापना हुई थी. 1984 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जहां मात्र दो सीट ही जीती थीं, वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में उसने 303 सीटों पर जीत दर्ज की थी

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