नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने मंगलवार को दावा किया कि राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा अयोध्या में भूमि खरीद में हुए कथित भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने के कारण भाजपा समर्थकों ने उनके मकान पर ‘‘हमला’’ किया है. आप के सूत्रों के अनुसार, कड़ी सुरक्षा वाले नॉर्थ एवेन्यू इलाके में स्थित सिंह के मकान के नेमप्लेट (नाम पट्टिका) पर दो लोगों ने कालिख पोत दी और परिसर में जबरन घुसने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और सिंह पर कोई हमला नहीं हुआ या उनके साथ कोई मार-पीट नहीं हुई.
सिंह ने इस संबंध में ट्वीट किया है, ‘‘मेरे घर पर हमला हुआ है। कान खोलकर सुन लो भाजपाइयों चाहे जितनी गुंडागर्दी कर लो, प्रभु श्री राम के नाम पर बनने वाले मंदिर में चंदा चोरी नहीं करने दूँगा. इसके लिए चाहे मेरी हत्या हो जाय. इसपर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने एक ट्वीट में इसे ‘‘स्क्रिप्टेड ड्रामा’’ (सोच-समझ कर किया गया नाटक) बताया। कपूर ने कहा, ‘‘कल उन्होंने राम मंदिर निर्माण को बदनाम करने की कोशिश की, आज दावा कर रहे हैं कि उनके मकान पर हमला हुआ, सबकुछ पहले से तय ड्रामा है. यह भी पढ़े: Uttar Pradesh: एसपी नेता पवन पांडेय का बड़ा आरोप, राम मंदिर के लिए खरीदी गई जमीन में हुआ घोटाला? मामले की जांच हो
सिंह ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कुछ दस्तावेज दिखाते हुए आरोप लगाया था कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने न्यास के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से अयोध्या के बाग बिजैसी गांव में दो करोड़ रुपए कीमत की 1.208 हेक्टेयर जमीन 18.5 करोड़ रुपए में खरीदी। उन्होंने आरोप लगाया कि जमीन उन लोगों से खरीदी गई थी, जिन्होंने इसे कुछ मिनटों पहले ही दो करोड़ रुपए में खरीदा था। आप के वरिष्ठ नेता ने मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराने की भी मांग की थी. हालांकि, चंपत राय ने इन आरोपों से साफ इंकार किया है.
आप सूत्रों ने कहा कि सिंह के घर की नेमप्लेट को दो लोगों ने काला कर दिया था। उन्होंने नारेबाजी की थी और जबरन परिसर में घुसने का प्रयास किया था. पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) दीपक यादव ने बताया कि घटना के सिलसिले में पहले हिरासत में लिए गए दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भारतीय दंड संहिता की धारा 188/34 और दिल्ली संपत्ति विरूपण रोकथाम कानून, 2007 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच जारी है.
दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया है, ‘‘माननीय सांसद (संजय सिंह) के साथ कोई मार-पीट नहीं हुई है।’’
सूत्रों के मुताबिक, राम मंदिर ट्रस्ट ने रविवार की रात ही केन्द्र सरकार को इस संबंध में स्पष्टीकरण भेजकर कहा था कि उसने जमीन की बाजार भाव से ज्यादा कीमत नहीं दी है.
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