FIFA Women's World Cup: विश्व फुटबाल की सर्वोच्च संस्था फीफा की शीर्ष परिषद में गुरुवार को हुए मतदान में आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के संयुक्त मेजबानी के दावे को 22 जबकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी कोलंबिया को 13 मत मिले. फीफा अध्यक्ष जियानी इन्फेनटिनो उन सदस्यों में शामिल थे जिन्होंने आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के पक्ष में मतदान किया. इस महिला विश्व कप में पहली बार 32 टीमें भाग लेंगी. इसके बाद इसे हर चार साल की बजाय हर दो साल में आयोजित करने के पिछले सुझाव को भी दोहराया गया.
इनफेनटिनो ने ज्यूरिख में फीफा मुख्यालय से पत्रकारों से कहा, "हमें महिला फुटबाल को बढ़ावा देने की जरूरत है. अगर आप हर समय चार साल तक इंतजार करोगे तो यह लंबा समय हो जाएगा." फीफा के फैसले का मतलब है कि दक्षिण अमेरिका को पहली बार महिला विश्व कप की मेजबानी के लिये अभी इंतजार करना पड़ेगा. यह टूर्नामेंट 1991 से खेला जा रहा है.
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आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में 2023 में होने वाला टूर्नामेंट पहला ऐसा विश्व कप होगा जिसे दो देश और दो भिन्न फीफा परिसंघों के सदस्य मिलकर आयोजित करेंगे. आस्ट्रेलिया एशियाई फुटबाल परिसंघ जबकि न्यूजीलैंड ओसियाना फुटबाल परिसंघ का सदस्य है. महिला फुटबॉल रैंकिंग में सातवें स्थान पर काबिज आस्ट्रेलिया और 23वें नंबर का न्यूजीलैंड मेजबान होने के कारण टूर्नामेंट के लिये स्वत: ही क्वालीफाई कर जाएंगे.
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