चेन्नई, 29 अक्टूबर तमिलनाडु राजभवन पर पेट्रोल बम हमले की घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सत्तारूढ़ राज्य सरकार में जारी जुबानी जंग के बीच द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) ने कहा कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की भाजपा की कोशिश काम नहीं करेगी।
भाजपा ने आरोप लगाया कि राजभवन भी हमलों का शिकार हो गया है और ऐसे में आम लोगों, खासकर महिलाओं के लिए भी सुरक्षा नहीं है।
प्रदेश भाजपा प्रमुख के. अन्नामलाई ने कहा, ‘‘राज्य पुलिस का दावा है कि पेट्रोल बम राजभवन के बाहर फेंका गया। यह एक उच्च सुरक्षा वाला क्षेत्र है और राजभवन एक घेराबंदी वाला क्षेत्र है। जब राज्यपाल के लिए ही सुरक्षा व्यवस्था लचर है तो आम लोगों, विशेषकर महिलाओं को सुरक्षा कौन मुहैया कराएगा?’’
इसके जवाब में द्रमुक के वरिष्ठ नेता और राज्य के लोक निर्माण एवं राजमार्ग मंत्री ई.वी. वेलु ने कहा कि राज्यपाल का बंगला राजभवन परिसर के काफी अंदर स्थित है और पुलिस इस उच्च सुरक्षा क्षेत्र में चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान करती है।
वेलु ने तिरुवन्नामलाई जिले के अरानी में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मानसिक रूप से अस्थिर एक व्यक्ति ने टार रोड पर पेट्रोल बम फेंका और भाजपा इसे राज्यपाल के आधिकारिक आवास पर हमला बता रही है। तमिलनाडु में कानून-व्यवस्था बेहतर है और इस मुद्दे के राजनीतिकरण करने का भाजपा का प्रयास काम नहीं करेगा।’’
केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने दावा किया कि द्रमुक स्पष्ट रूप से राज्य में भाजपा की शानदार बढ़त, विशेष रूप से अन्नामलाई की राज्यव्यापी यात्रा को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया से घबरा गई है और पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने के प्रयासों में लगी है।
उन्होंने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि द्रमुक का बोरिया बिस्तर बांधकर उसे घर भेज दिया जाए।’’
विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) नेता थोल थिरुमावलवन ने भाजपा पर ऐसा मुद्दा उठाकर राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरने का आरोप लगाया।
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