खेल की खबरें | अश्विनी-तनीषा की जोड़ी सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन के फाइनल में हारी
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Sports at LatestLY हिन्दी. अश्विनी पोनप्पा और तनीषा क्रैस्टो की भारतीय जोड़ी को रविवार को यहां सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में तीसरी वरीयता प्राप्त रिन इवानागा और केई नाकानिशी से हार का सामना करना पड़ा।
लखनऊ, तीन दिसंबर अश्विनी पोनप्पा और तनीषा क्रैस्टो की भारतीय जोड़ी को रविवार को यहां सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में तीसरी वरीयता प्राप्त रिन इवानागा और केई नाकानिशी से हार का सामना करना पड़ा।
इस साल नेट्स इंटरनेशनल चैलेंज और अबू धाबी मास्टर्स सुपर 100 का खिताब अपने नाम करने वाली दुनिया की 32वें नंबर की भारतीय जोड़ी ने विश्व रैंकिंग में 15वें स्थान पर काबिज जापान की जोड़ी के खिलाफ कड़ा संघर्ष किया लेकिन उन्हें 77 मिनट तक चले मुकाबले में 14-21, 21-17, 15-21 से शिकस्त मिली।
सातवीं वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी ने मैच में अच्छी शुरुआत की लेकिन शुरुआती गेम में दबाव में बिखर गयी। 36 साल की अश्विनी और 20 साल की तनीषा ने इस साल जनवरी में एक साथ खेलना शुरू किया है।
इस जोड़ी ने दूसरा गेम जीतने के बाद तीसरे गेम में 1-8 से पिछड़ रही थी लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए स्कोर को 13-15 किया। भारतीय जोड़ी इसके बाद लय को बरकरार नहीं रख सकी और मुकाबले को गंवा दिया।
मैच की शुरुआत में तनीषा के शानदार प्लेसमेंट की दम पर भारतीय जोड़ी ने 7-4 की बढ़त बनायी। रिन और केई ने इसके बाद लगातार तीन अंक बनाये। ब्रेक के समय तनीषा और अश्विनी की जोड़ी 11-8 से आगे थी।
जापान की जोड़ी ने इसके बाद लगातार चार अंक जुटाये और फिर भारतीय जोड़ी ने कई गलतियां की जिससे वह 12-18 से पिछड़ गयी।
दूसरे गेम में भारतीय जोड़ी ने 6-3 की बढ़त के साथ शुरुआत की लेकिन जापान की जोड़ी ने वापसी करते हुए स्कोर 15-17 किया। तनीषा और अश्विनी ने फिर चार गेम प्वाइंट हासिल कर पहले प्रयास को भुना कर दूसरा गेम अपने नाम किया।
निर्णायक गेम में रिन और केई ने 8-1 की बढ़त के साथ दबदबा बनाया लेकिन भारतीयों ने शानदार वापसी करते हुए जापान की बढ़त को दो अंक तक सीमित करते हुए 7- 9 और फिर 12-14 कर किया। जापान की जोड़ी ने 17-13 की बढ़त बनायी और फिर तनीषा के दो शॉट नेट से टकराने के बाद उन्हें पांच चैम्पियनशिप अंक मिले। जापान ने पहले ही प्रयास में इसे भुनाकर खिताब जीत लिया।
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