राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह निमंत्रण को अस्वीकार करने पर गिरिराज सिंह बोले, हिंदू विरोधी परंपरा कांग्रेस के डीएनए में है

अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए भेजे गए निमंत्रण को अस्वीकार करने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि हिंदू विरोधी परंपरा उनके डीएनए में है.

रायपुर, 13 जनवरी: अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए भेजे गए निमंत्रण को अस्वीकार करने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि हिंदू विरोधी परंपरा उनके डीएनए में है. केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह अपने तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर शनिवार को रायपुर पहुंचे. रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.

अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस के तीन शीर्ष नेताओं को भेजे गए निमंत्रण को अस्वीकार करने को लेकर पूछे गए सवाल पर सिंह ने कहा, ‘‘हमने नहीं, मंदिर के ट्रस्ट ने सोनिया गांधी जी को भी निमंत्रण भेजा है, खरगे जी को भी भेजा है, लेकिन वह नहीं जा रहे हैं, क्योंकि वे हिंदू विरोधी रहे हैं. आज से नहीं बरसों से.

नेहरू जी ने सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण में वहां के मुख्यमंत्री की भी क्लास ली थी, हमारे राजेंद्र बाबू जो प्रथम राष्ट्रपति थे उनको मना किया था, क्योंकि वह कहते थे कि मैं बाई डिफॉल्ट हिंदू हूं. यह हिंदू विरोधी परंपरा उनके डीएनए में है.’’ सिंह ने कहा, ‘‘सूरज की तरफ कोई थूके वह उसी आदमी पर आकर गिरता है। आज प्रभु श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। 500-600 साल हम गुलामी में रहे। आक्रांताओं ने लूटा, फिर कांग्रेस ने 70 साल से इसे लटकाने-भटकाने का काम किया.

आज इस कार्यकाल में, जिसे हम अमृत कल कहते हैं, यह सनातन हिंदुओं के पुनर्जागरण का समय है और पूरा देश आज राम मय है. प्राण प्रतिष्ठा 22 तारीख को होगी, जिसकी अच्छी किस्मत है वह वहां जाएगा.’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने इस बार जो हिंदू विरोधी काम किया है उससे उन्हें पूरे देश में (लोकसभा चुनाव में) उम्मीदवार नहीं मिलेंगे, क्योंकि इस देश की पहचान सनातन हिंदुओं से है, देश की पहचान प्रभु राम, कृष्ण और शिव से है.

जो शिव, राम और कृष्ण का विरोधी हो उसे आज कहां जगह मिलेगी.’’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’’ के संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा की जगह ज्ञान यात्रा शुरू करें, कोई गांव का ज्ञानी आपको ज्ञान देगा, ज्ञान की कमी है.’’ सिंह के बयान को लेकर राज्य के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता शिव डहरिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चुनावी वैतरणी में भगवान राम को लेकर उतरना चाह रही है.

डहरिया ने कहा, ‘‘गिरिराज जी, मोदी जी से ज्ञान ले रहे हैं.शंकराचार्य जी हमारे धर्म के सबसे बड़े पदाधिकारी होते हैं. वह कह रहे हैं कि मंदिर पूरा नहीं बना है और वहां भगवान की मूर्ति स्थापित नहीं की जा सकती लेकिन उसके बावजूद भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी चुनावी वैतरणी में भगवान राम को लेकर उतरना चाहते हैं. इसे देश की जनता समझती है.’’

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