ओडिशा में जब्त राशि के 290 करोड़ रु होने की संभावना, अब तक की सबसे अधिक जब्त नकदी
ओडिशा स्थित शराब बनाने वाली कंपनियों के एक समूह और उससे जुड़े प्रतिष्ठानों के खिलाफ आयकर विभाग की छापेमारी के बाद मिली ‘‘बेहिसाब’’ नकदी के 290 करोड़ रुपए होने की संभावना है और इसी के साथ यह एजेंसी के किसी एक अभियान में बरामद हुआ ‘‘सबसे अधिक’’ कालाधन होगा। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी.
नयी दिल्ली/भुवनेश्वर, 9 दिसंबर: ओडिशा स्थित शराब बनाने वाली कंपनियों के एक समूह और उससे जुड़े प्रतिष्ठानों के खिलाफ आयकर विभाग की छापेमारी के बाद मिली ‘‘बेहिसाब’’ नकदी के 290 करोड़ रुपए होने की संभावना है और इसी के साथ यह एजेंसी के किसी एक अभियान में बरामद हुआ ‘‘सबसे अधिक’’ कालाधन होगा. आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और अन्य के खिलाफ छापे के बाद छह दिसंबर को शुरू हुई कार्रवाई के बाद आयकर विभाग ने नोटों की गिनती के लिए लगभग 40 बड़ी एंव छोटी मशीनें तैनात की हैं और गिनती की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए विभाग और बैंक के और कर्मचारियों को लाया गया है. इनके अलावा, जब्त की गई नकदी को राज्य के सरकारी बैंकों तक पहुंचाने के लिए विभाग ने और वाहनों की मांग की है.
सूत्रों ने बताया कि इस कार्रवाई के तहत कांग्रेस नेता और झारखंड से राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू से जुड़े परिसर पर भी छापा मारा गया है. इस संबंध में सांसद की प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई और पीटीआई ने शराब बनाने वाली कंपनियों के समूह को एक ई-मेल भी भेजा लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिला.
सूत्रों ने बताया कि कर अधिकारी अब कंपनी के विभिन्न अधिकारियों और इससे जुड़े अन्य व्यक्तियों के बयान दर्ज कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि नकदी की गिनती शनिवार तक समाप्त हो जाने की उम्मीद है. उन्होंने ‘पीटीआई-’ को बताया कि कुल जब्त की गई बेहिसाब नकद राशि करीब 290 करोड़ रुपये होने की संभावना है.
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