Maharashtra: अजीत पवार ने ईडी की जांच निगरानी वाली फर्म के साथ संबंधों से इनकार किया

महाराष्ट्र के उप- मुख्यमंत्री अजीत पवार ने शुक्रवार को कहा कि उनका गुरु कमोडिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से कोई संबंध नहीं है, जो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में है, हालांकि, इस कंपनी के स्वामित्व वाली एक चीनी मिल उनके एक रिश्तेदार द्वारा चलाई जा रही है.

अजित पवार (Photo credit: PTI)

पुणे, 3 जुलाई : महाराष्ट्र के उप- मुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) ने शुक्रवार को कहा कि उनका गुरु कमोडिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से कोई संबंध नहीं है, जो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में है, हालांकि, इस कंपनी के स्वामित्व वाली एक चीनी मिल उनके एक रिश्तेदार द्वारा चलाई जा रही है. महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (एमएससीबी) घोटाले के सिलसिले में सतारा जिले के जरंदेश्वर सहकारी चीनी कारखाना को कुर्क करने वाली केंद्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को दावा किया कि पवार और उनकी पत्नी से जुड़ी एक कंपनी इस मामले में शामिल थी.

राकांपा के वरिष्ठ नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उन्हें नहीं पता कि चीनी फैक्ट्री की मालिक गुरु कमोडिटी सर्विसेज जांच का सामना क्यों कर रही है. पवार ने कहा, ‘‘यह चीनी मिल, उन 14 मिलों में शामिल थी, जिन्हें एमएससी बैंक का ऋण चुकाने में विफल रहने के बाद बेच दिया गया था. बॉम्बे उच्च न्यायालय ने बैंक से कहा था कि उन्हें एक साल का समय दिया जाए और अगर वे बकाया राशि का भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो उन्हें बेच दिया जाए.’’ यह भी पढ़ें : Uttar Pradesh: यूपी में 5,805 युवाओं क सरकारी नौकरी का सपना हुआ साकार, मुख्यमंत्री ने सौंपे नियुक्तिपत्र

उन्होंने आगे कहा कि इसके बाद एमएससीबी ने एक निविदा जारी की, जिसमें 15 कंपनियां शामिल हुईं और गुरु कमोडिटी सर्विसेज की 65.75 करोड़ रुपये की बोली सबसे ज्यादा थी, इसलिए बैंक ने मिल उसे बेच दी.

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